इस वायरस के खतरे के बीच बच्चों में मिल रहे निमोनिया के लक्षण
बरेली में कड़ाके की ठंड की वजह से बच्चों में निमोनिया के लक्षण मिल रहे हैं। दूसरी तरफ देश में एचएमपीवी वायरस की दस्तक के बाद खतरा और बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि सतर्कता बेहद जरूरी है।
बरेली में कड़ाके की ठंड की वजह से जिला अस्पताल समेत निजी अस्पतालों में निमोनिया के संदिग्ध लक्षण वाले बच्चों की कतार बढ़ी है। स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों से निमोनिया के मरीजों की सूचना देने के निर्देश दिए हैं।
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल अग्रवाल के मुताबिक मौसम में बदलाव के कारण बच्चों की सेहत बिगड़ रही है। ओपीडी में पहुंच रहे ज्यादातर बच्चों में सर्दी, बुखार के साथ निमोनिया के लक्षण भी मिल रहे हैं। जिला अस्पताल में सोमवार को छह बच्चे भर्ती हुए, इनमें दो निमोनिया संदिग्ध रहे। अन्य बच्चे बुखार और डायरिया से पीड़ित हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में इंफ्लूएंजा वायरस आरएसवी और एचएमपीवी का आउटब्रेक है। देश में भी कई संदिग्ध मरीज मिले हैं। लिहाजा, सतर्कता बेहद जरूरी है। बता दें कि देश में सोमवार को एचएमपीवी से पांच बच्चे संक्रमित मिले।
बच्चों का कराएं टीकाकरण
आईडीएसपी इंचार्ज डॉ. मीसम अब्बास के मुताबिक जिले में अभी इससे संबंधित मामले रिपोर्ट नहीं हुए हैं, लेकिन सतर्कता बरतने की जरूरत है। बच्चों का टीकाकरण कराएं। इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म पर निजी अस्पताल निमोनिया के मरीजों का ब्योरा दर्ज करें।
निमोनिया के लक्षण
सीने में चुभन, तेज बुखार, कंपकंपी, पसीना आना, भूख न लगना, डिहाइड्रेशन, तेजी से सांस फूलना, सांस लेने में घरघराहट, धड़कन तेज चलना।
इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं- स्वास्थ्य मंत्रालय
चीन के बाद ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) ने भारत ने भी दस्तक दे दी है। देशभर में पांच बच्चे संक्रमित मिले हैं। नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की जांच के बाद इन बच्चों को संक्रमित घोषित किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सभी की हालत स्थित है और इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है।