Swiggy Q1 Results: कब होगा मुनाफा, दोगुना हुआ स्विगी का घाटा

क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजे (Swiggy Q1 Results) जारी कर दिए। जून 2025 को समाप्त तिमाही के लिए स्विगी का समेकित शुद्ध घाटा ₹1,197 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज ₹611 करोड़ रुपये था। यानी इसकी घाटा लगभग दोगुना होगा। मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान इसका घाटा ₹1,081 करोड़ रुपये था। आज स्विगी के शेयर 0.71 फीसदी बढ़कर 403.95 रुपये (Swiggy share price today) के स्तर पर बंद हुए।

कंपनी का रेवेन्यू 4,961 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 3,222 करोड़ रुपये था। इसके रेवेन्यू में इजाफा हुआ है। जून में समाप्त तिमाही में स्विगी का कुल खर्च लगभग 60 प्रतिशत बढ़कर 6,244 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 3,908 करोड़ रुपये और एक तिमाही पहले 5,609.6 करोड़ रुपये था।

बेंगलुरु बेस्ड इस कंपनी ने पिछली तिमाही में 1,081 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। इसके क्विक ई-कॉमर्स बिजनेस इंस्टामार्ट में तेजी से विस्तार ने कंपनी के मुनाफे पर असर डाला था।

किस बिजनेस से स्विगी को कितना हुआ फायदा और कितना नुकसान?

इंस्टामार्ट की GOV (ग्रास ऑर्डर वैल्यू) वृद्धि सालाना आधार पर 108% और तिमाही दर तिमाही आधार पर 21% रही, जिसका प्रमुख कारण AOV (एवरेज ऑर्डर वैल्यू) में उछाल रहा। इसका औसत ऑर्डर मूल्य (AOV) सालाना आधार पर 25.6% बढ़कर ₹612 हो गया, जो इसके निर्धारित लक्ष्य से आगे था, जिसका प्रमुख कारण निरंतर वृद्धि रही।

स्विगी के क्विक कॉमर्स बिजनेस इंस्टामार्ट का घाटा पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 280 करोड़ रुपये से बढ़कर 797 करोड़ रुपये की कमाई की।  क्विक कॉमर्स बिजनेस का रेवेन्यू 806 करोड़ रुपये रहा। वहीं, एक साल पहले इसी तिमाही में यह 374 करोड़ रुपये रहा।

फूड डिलीवरी बिजनेस में 18 फीसदी की ग्रोथ दिखी। यह बिजनेस 8.8% बढ़कर ₹8,086 करोड़ हो गया। कंपनी ने 1.2 मिलियन MTU (मंथली ट्रांजैक्शन यूजर) जोड़कर 16.3 मिलियन यूनिट्स का आंकड़ा पार किया। स्विगी ने कहा कि यह दो वर्षों में किसी एक तिमाही में जोड़े गए MTU की अधिकतम संख्या है।

आउट-ऑफ-होम उपभोग सेक्शन की ग्रास ऑर्डर वैल्यू में वर्ष-दर-वर्ष 61% और तिमाही-दर-तिमाही 21% की वृद्धि हुई।

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