युवती को फांसी लगाते वीडियो देख 1200 किमी दूर बैठे व्यक्ति ने बचाई जान

जयपुर। राजस्थान के हनुमानगढ़ में दुष्कर्म की शिकार 25 वर्षीय मूक बधिर युवती को फांसी लगाते लाइव देखकर 1200 किलोमीटर दूर मप्र के इंदौर के एक एनजीओ संचालक दंपती ने पुलिस को सूचना देकर उसे बचा लिया। पुलिस का मौके पर पहुंचना और युवती का फंदे पर झूलना साथ-साथ ही हुआ।
जानकारी के अनुसार, युवती पहले तो अपने पिता के यौन शोषण और फिर पति के बहशीपन से परेशान थी। युवती ने अपने पिता और पति की हरकतों से परेशान होकर शुक्रवार को फांसी लगाने की योजना बनाई। फांसी का फंदा बनाते समय युवती ने इंदौर के एनजीओ मूक-बधिर संस्थान के पदाधिकारियों को वीडियो कॉल किया। ज्ञानेंद्र पुरोहित के मोबाइल पर शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे एक मूक बधिर युवती ने वीडियो कॉल कर बताया कि वह उसकी बात सुनें, नहीं तो वह फांसी के फंदे पर झुलकर जान दे देगी।
युवती ने पंखे से रस्सी लटका कर फंदा तैयार कर रखा था। पुरोहित ने मूक बधिर शिक्षिका तस्लीम शेख से युवती की बात समझने को कहा। तस्लीमा शेख ने युवती की पूरी बात सुनकर मदद का भरोसा दिया और तत्काल इंदौर एवं हनुमानगढ़ पुलिस को सूचना दी। हनुमानगढ़ पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर युवती को बचा लिया और महिला सेल में भेज दिया।
मोनिका पुरोहित ने बताया कि वीडियो कॉल पर युवती ने अपनी पीड़ा बताई। उसने पिता पर आरोप लगाया कि वह बचपन से ही उसका यौन शोषण करता था। वह बड़ी हुई तो पिता ने उसका विवाह करा दिया। विवाह के बाद भी पिता उसका यौन शोषण करता रहा। वहीं, पति भी उसके साथ बहशीपन करता था। इस कारण उसने जान देने की ठान ली।