Stomach Cancer एक गंभीर बीमारी है, इस गंभीर बीमारी के बारे में जानना जरूरी

हिंदी सिनेमा से शुक्रवार सुबह एक दुखद खबर सामने आई। दरअसल, जाने-माने अभिनेता जूनियर महमूद का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। अपने शानदार अभिनय के लिए मशूहर एक्टर नईम सैयद ने चार दशकों तक लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। उन्होंने अपने शानदार करियर में उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। जूनियर महमूद पेट के कैंसर से पीड़ित थे। इस गंभीर बीमारी से लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
पेट का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो कई लोगों की मौत का कारण बनती है। यह कैंसर का ही एक प्रकार है, जो पेट को प्रभावित करता है। आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे पेट के कैंसर से जुड़े उन सभी सवालों के बारे में, जिसके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है।
पेट का कैंसर (गैस्ट्रिक कैंसर) क्या है?
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है। इसमें आपके पेट में कैंसर कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। कैंसर आपके पेट में कहीं भी बन सकता है। लगभग 95% मामलों में, पेट का कैंसर आपके पेट की परत में शुरू होता है और धीरे-धीरे बढ़ता है। इसका इलाज सही समय पर न कराने यह ट्यूमर बना सकता है और आपके पेट की दीवारों में गहराई तक बढ़ सकता है। ट्यूमर आपके लिवर और प्रेन्क्रियाज जैसे आस-पास के अंगों में फैल सकता है।
किसे प्रभावित करता है पेट का कैंसर?
पेट का कैंसर किसी को भी हो सकता है, लेकिन कुछ ऐसी स्थितियां हैं, जो इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं। आपको पेट का कैंसर होने की अधिक संभावना है अगर:
- आपकी उम्र 65 वर्ष या उससे ज्यादा है
- अगर आप पूर्वी एशियाई, दक्षिण या मध्य अमेरिकी या पूर्वी यूरोपीय है।
कितना आम है पेट का कैंसर?
पेट का कैंसर दुनिया भर में सबसे आम कैंसरों में से एक है।
पेट के कैंसर के लक्षण और संकेत क्या हैं?
पेट के कैंसर में आमतौर पर प्रारंभिक स्टेज में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। यहां तक कि पेट के कैंसर के सबसे आम शुरुआती लक्षण में वजन घटना और पेट दर्द शामिल हैं। आमतौर पर यह लक्षण तब तक दिखाई नहीं देते जब तक कि कैंसर ज्यादा विकसित न हो जाए। पेट के कैंसर के लक्षणों में निम्न शामिल हैं:-
- भूख में कमी
- निगलने में परेशान
- थकान या कमजोरी
- मतली और उल्टी
- अचानक वजन घटना
- सीने में जलन और अपच
- काला मल (मल)
- खून की उल्टी होना
- खाने के बाद पेट फूलना या गैस जैसा महसूस होना
- पेट में दर्द, अक्सर आपकी नाभि के ऊपर
- थोड़ा खाने ने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होना
अगर आपको खुद में इनमें से कोई भी लक्षण नजर आ रहे हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें, ताकि समय रहते इस गंभीर बीमारी का सही समय पर सही इलाज किया जा सके।
पेट के कैंसर की क्या वजह है?
पेट का कैंसर तब होता है, जब आपके पेट के सेल्स के डीएनए में जेनेटिक म्यूटेशन होता है। कैंसर कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं से आगे निकल जाती हैं और आपके शरीर के अन्य भागों (मेटास्टेसिस) में फैल सकती हैं। हालांकि, पेट के कैंसर को मुख्य कारण साफ नहीं है, लेकिन फिर भी कुछ कारक पेट के कैंसर के विकास की संभावना बढ़ाते हैं, जो निम्नलिखित हैं-
- मोटापा
- गैस्ट्राइटिस
- पेट के कैंसर का पारिवारिक इतिहास
- हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (एच. पाइलोरी) संक्रमण
- गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी)
- एप्सटीन-बार वायरस इन्फेक्शन
- पेट के अल्सर का इतिहास
- फैट वाला, नमकीन, स्मोक्ड या मसालेदार खाना
- कोयला, धातु और रबर के बार-बार संपर्क में आना
- धूम्रपान, वेपिंग या तंबाकू का सेवन
- बहुत अधिक शराब पीना
- ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस
पेट के कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है?
पेट के कैंसर का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि आपका कैंसर कितनी दूर तक फैला है। इसके अलावा एक एक्सपर्ट की टीम आपका इलाज करती है, जिनमें एक प्राइमरी केयर प्रोवाइडर, एक कैंसर विशेषज्ञ (ऑन्कोलॉजिस्ट) और एक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विशेषज्ञ (गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट) शामिल होते हैं। पेट के कैंसर का निम्न तरीकों से इलाज किया जा सकता है-
- सर्जरी- कैंसर कितना फैला है, इस पर निर्भर करते हुए, आपके डॉक्टर कैंसर कोशिकाओं, ट्यूमर, या आपके पेट के पूरे या प्रभावित हिस्से को हटाने के लिए सर्जरी की मदद ले सकते हैं।
- अपर एंडोस्कोपी- शुरुआती स्टेज में, जब कैंसर आपके पेट की ऊपरी सतह वाली परतों तक सीमित होता है, तो अपर एंडोस्कोपी के जरिए से कैंसर को हटाया जा सकता है। इस प्रक्रिया में एक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट आपके पेट की दीवार से ट्यूमर को काटता है और इसे आपके मुंह के माध्यम से निकाल देता है।
- गैस्ट्रेक्टोमी- एक बार जब ट्यूमर आपके पेट की सतही परतों से आगे फैल जाता है, तो आपको अपने पूरे पेट या उसके कुछ हिस्से को हटाने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ेगी। सबटोटल गैस्ट्रेक्टोमी आपके पेट के कैंसर से प्रभावित हिस्से को हटा देती है। टोटल गैस्ट्रेक्टोमी आपके पूरे पेट को हटा देती है।
- कीमोथेरेपी (कीमो)- कैंसर कोशिकाओं को छोटा करने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है, जिससे सर्जरी से पहले उन्हें निकालना आसान हो जाता है। कीमोथेरेपी सर्जरी के बाद बची हुई कैंसर कोशिकाओं को भी मार सकती है। इसका उपयोग आमतौर पर रेडिएशन के साथ किया जाता है।
- रेडिएशन- कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए एक्स-रे जैसी ऊर्जा किरणों का उपयोग करता पड़ता है। हालांकि, सिर्फ रेडिएशन पेट के कैंसर के इलाज में प्रभावी नहीं है, लेकिन सर्जरी से पहले और बाद में कीमो के साथ इसका उपयोग किया जा सकता है। रेडिएशन भी लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
- टारगेटेड ड्रग थेरेपी- इस थेरेपी में कमजोर कैंसर सेल्स को टारगेट कर उन्हें खत्म कर दिया जाता है। इसका उपयोग अक्सर कैंसर में कीमो के साथ किया जाता है।
- इम्यूनोथेरेपी- इलाज के इस तरीके में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को उन कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने में मदद करती है, जिनका पता लगाना मुश्किल हो सकता है।
पेट के कैंसर को कैसे रोके?
आप पेट के कैंसर को रोक नहीं सकते हैं, लेकिन आप कुछ बातों को ध्यान रख इसका जोखिम कम कर सकते हैं:-
- अगर आपका टेस्ट पॉजिटिव है, तो एच. पाइलोरी संक्रमण का इलाज करें। एच. पाइलोरी संक्रमण पेट के कैंसर के विकास का महत्वपूर्ण जोखिम कारक है।
- अल्सर, गैस्ट्राइटिस और पेट की अन्य स्थितियों का तुरंत इलाज करें। पेट से जुड़ी समस्याओं के इलाज में देरी खासकर एच. पाइलोरी बैक्टीरिया के कारण होने वाली बीमारियां, पेट के कैंसर के खतरे को बढ़ा देती हैं।
- हेल्दी डाइट लें, जिसमें फल-सब्जिया अधिक हों और नमक-रेड मीट कम हो। हेल्दी खाने से आपके पेट के कैंसर का खतरा कम हो सकता है। विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन और कैरोटीनॉयड से भरपूर फूड्स जैसे खट्टे फल, पत्तेदार हरी सब्जियां और गाजर आपके लिए लाभकारी होंगे।
- धूम्रपान और तंबाकू उत्पादों के सेवन से बचें। तम्बाकू के सेवन से पेट के कैंसर समेत कई अन्य कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें। इसके लिए सही खानपान के साथ ही नियमित एक्सरसाइज भी करना शुरू करें।