एक जनवरी से शुरू हो जाएंगी लंबी दूरी की महाकुंभ स्पेशल, 254 ट्रेनों का होगा संचालन
महाकुंभ भले ही अगले वर्ष 13 जनवरी से शुरू हो लेकिन रेलवे द्वारा चलाई जाने वाली लंबी दूरी की महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन एक जनवरी से ही शुरू हो जाएगा। एक जनवरी से 11 जनवरी के बीच रेलवे द्वारा 60 महाकुंभ स्पेशल चलाए जाने की तैयारी है। इस दौरान जनवरी माह में लंबी दूरी की कुल 254 महाकुंभ स्पेशल का संचालन होगा।महाकुंभ के दौरान इस बार रिकार्ड संख्या में स्पेशल ट्रेनों का संचालन होना है।
रेलवे ने महाकुंभ 2025 के दौरान कुल 13324 ट्रेनों को चलाए जाने की तैयारी की है। इसमें 10100 नियमित ट्रेनें हैं। इसके अलावा 3134 मेला स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन होना है। मेला स्पेशल ट्रेनों की बात करें तो यहां से 2325 ट्रेनें तमाम रूटों पर चलाई जाएंगी, जबकि 809 ट्रेनें देश के विभिन्न स्थानों से यहां पहुंचेंगी। फिलहाल लंबी दूरी की मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन एक जनवरी से शुरू होने जा रहा है।
एक जनवरी तक चलेंगी 60 ट्रेनें
रेलवे द्वारा कुल छह चरणों में लंबी दूरी की स्पेशल ट्रेनों का संचालन महाकुंभ के दौरान किया जा रहा है। एक से 11 जनवरी के मध्यम कुल 60 स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही होगी। इसके अलावा 17 से 27 जनवरी के मध्य 194 लंबी दूरी की मेला स्पेशल प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी रेलवे स्टेशन के रास्ते संचालित होंगी। इसके बाद छह फरवरी से दस फरवरी के बीच 84, 15 से 24 फरवरी के दौरान 170, 27 से पांच फरवरी के बीच 42 एवं स्नान पर्व के दिन लंबी दूरी की 80 ट्रेनों को चलाए जाने की योजना है।
फास्ट रिंग रेल मेमू भी चलाई जाएगी
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान अयोध्या और काशी जाने के इच्छुक तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए दो दिशाओं में हर चौथे स्टेशन पर ठहराव के साथ फास्ट रिंग रेल मेमू सेवा भी चलेगी। फास्ट रिंग मेमू प्रयागराज-प्रयाग-अयोध्या-वाराणसी-प्रयागराज और प्रयागराज-प्रयागराज रामबाग-वाराणसी-अयोध्या-प्रयागराज तक चलेगी। वहीं चित्रकूट के लिए भी रिंग रेल सेवा की योजना बनाई गई है। जो वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-बांदा-चित्रकूट-मानिकपुर-प्रयागराज-फतेहपुर-गोविंदपुरी-उरई-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी मार्ग को कवर करेगी और विपरीत दिशा में भी।