SRS ग्रुप पर हजारों करोड़ हड़पने का आरोप, बैंकों के भी डूबे हजारों करोड़

फरीदाबाद। दिल्ली-एनसीआर में पंजाब नेशनल बैंक से भी बड़ा घोटाला सामने आया है। रियल एस्टेट की जानी मानी कंपनी SRS ग्रुप पर हजारों करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। इसे रिएल एस्टेट क्षेत्र में सबसे बड़ा घोटाला बताया जा रहा है। वहीं, शिकायतों के बाद कार्रवाई करते हुए हरियाणा पुलिस ने बृहस्पतिवार को एसआरएस समूह के चेयरमैन अनिल जिंदल सहित पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अन्य गिरफ्तार लोगों में बिशन बंसल, नानक चंद तायल, विनोद मामा और देवेंद्र अधाना शामिल हैं।SRS ग्रुप पर हजारों करोड़ हड़पने का आरोप, बैंकों के भी डूबे हजारों करोड़

एसआरएस ग्रुप पर बैंकों से हजारों करोड़ रुपये का ऋण लेकर नहीं लौटाने का भी आरोप है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस आयुक्त कार्यालय में डीसीपी विक्रम कपूर ने पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों को दिल्ली के महिपालपुर में एक होटल से गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी के अनुसार, सभी को जिला अदालत में पेश किया जाएगा और आरोपियों की रिमांड लेने की मांग की जाएगी।

इन सभी के खिलाफ पिछले महीने चार मार्च को थाना सेक्टर-31 ने भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406, 120बी व हरियाणा प्रोटेक्शन ऑफ इंट्रेस्ट ऑफ डिपोजिटर इन एफईएक्ट 2013 के तहत 22 मुकदमे दर्ज किए थे। मुकदमे दर्ज होने के बाद अनिल जिंदल के निवास सहित विभिन्न ठिकानों पर पुलिस ने छापामारी भी की थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आए थे।

दिल्ली पंजाब समेत कई राज्यों में फैला है कारोबार

बताया जा रहा है कि अनिल जिंदल ने एसआरएस मॉल से अपना व्यापार शुरू किया था और बाद में एसआरएस कंपनी बनाकर रिटेल, सिनेमा, ज्वेलरी एवं प्रॉपर्टी सहित विभिन्न धंधों में पांव फैला लिए। एसआरएस समूह का कारोबार दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तरप्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान आदि विभिन्न प्रदेशों में फैल हुआ है।

जानकारी के मुताबिक, इन सब क्षेत्रों में हाथ आजमाने के बाद अनिल जिंदल ने रियल एस्टेट सेक्टर में कदम रखा, लेकिन इस क्षेत्र में मंदी का दौर शुरू होने पर अनिल जिंदल को झटका लगा।

बता दें कि इस दौरान एसआरएस की ओर से निवेशकों को मोटा ब्याज दिया जाता था, पर मंदी आने के बाद धीरे-धीरे ब्याज देना बंद कर दिया और 2015 में तो इस पर पूरी तरह से रोक लग गई। इसके बाद ही निवेशकों ने अपनी मूल रकम वापस मांगनी शुरू कर दी, पर निवेशकों को कुछ नहीं मिला। इसके बाद पीड़ितों ने धरने प्रदर्शन शुरू कर दिए थे।

इसकी शिकायत नए पुलिस आयुक्त अमिताभ ढिल्लो तक भी शिकायत पहुंची थी, तो उन्होंने पूरे मामले की छानबीन और सच्चाई पता करने के बाद अनिल जिंदल व एसआरएस के अन्य निदेशकों के खिलाफ मामले दर्ज कराए थे और अब गिरफ्तारी भी हो गई है।

कांग्रेस का आरोप- नीरव मोदी से भी बड़ा है घोटाला

बता दें कि दो दिन पूर्व ही एसआरएस पीड़ित मंच ने इस संदर्भ में एक पत्रकार वार्ता भी की थी, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर को आमंत्रित किया गया था और उन्होंने इस मामले में जिंदल सहित सरकार पर निशाना साधा था। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने कहा था कि 20 हजार परिवारों के 30 हजार करोड़ रुपये हड़पने वाले एसआरएस ग्रुप के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा था कि फरीदाबाद का एसआरएस घोटाला नीरव मोदी के घोटाले से भी बड़ा घोटाला है।  

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