श्रीनगर : शपथ समारोह में एक साथ दिखीं अब्दुल्ला परिवार की तीन पीढ़ियां

शपथ ग्रहण समारोह में बुधवार को अब्दुल्ला परिवार की तीनों पीढ़ियां एक साथ दिखीं। डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और उनके दोनों बेटे जाहिर व जमीर अब्दुल्ला समारोह में मौजूद रहे। डॉ. फारूक की पत्नी मौली, उमर की दो बहनें सारा और सफिया अब्दुल्ला भी पहुंचीं थीं।
सुबह आठ बजे उमर ने अपने दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की मजार पर माथा टेका। इसके बाद दरगाह हजरतबल में गए। वहां से गुपकार स्थित आवास पर पहुंचे। यहां जश्न का माहौल था। सभी सदस्यों ने उमर को शपथ समारोह में जाने से पूर्व बधाई दी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, शपथ समारोह में जाने से पहले पूरे परिवार ने घर के लॉन में ग्रुप फोटो लिए। फिर उमर काफिले में परिवार सहित करीब सवा 11 बजे शपथ समारोह में पहुंचे।
करीब साढ़े 11 बजे शुरू हुए समारोह में उमर ने मुख्यमंत्री पद और मंत्रियों ने शपथ ली। करीब 15 मिनट तक चले समारोह का गवाह पूरा अब्दुल्ला परिवार बना। उमर के दोनों बेटे भी प्रमुख हस्तियों से मिले और विचार साझा किए।
राज्य का दर्जा बहाली प्राथमिकता : जाहिर
अमर उजाला से बातचीत में जाहिर अब्दुल्ला ने कहा, यह एक नई शुरुआत है। यह उन सभी चीजों को स्थापित करने की दिशा में पहला कदम है जो हमसे छीन ली गई थीं। चाहे वह राज्य का दर्जा हो, अखंडता हो, गरिमा हो, अनुच्छेद 370 हो। हमारी प्राथमिकता राज्य का दर्जा बहाली होगी और 370 के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
अब लोगों के पास अपने प्रतिनिधि
जमीर अब्दुल्ला ने कहा, अब लोगों के पास अपने चुने प्रतिनिधि हैं। पार्टी के घोषणापत्र के सवाल पर कहा, हर वादा पूरा करेंगे। अभी एलजी के पास पॉवर है। उम्मीद है कि यह ज्यादा लंबे नहीं चलेंगे। अन्य सवाल पर जमीर ने कहा, आप दिल्ली की केजरीवाल सरकार और यहां की तुलना नहीं कर सकते। दोनों बहुत अलग हैं, जम्मू कश्मीर स्थायी केंद्र शासित प्रदेश नहीं है। 370 हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी।
उमर ने प्रशासनिक और पुलिस अफसरों से की बैठक
समारोह के बाद अब्दुल्ला परिवार ताज में लंच करने पहुंचे। जहां राहुल और प्रियंका और इंडिया ब्लॉक के अन्य नेता मौजूद थे। 2:50 पर उमर नागरिक सचिवालय गए और पदभार संभालते हुए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से बैठक की। बैठक में मंत्री परिषद के सदस्य, प्रमुख सचिव, डीजीपी के अलावा अन्य प्रशासनिक सचिव मौजूद रहे।