भारतवंशी सुनीता विलियम्स ने 12 साल बाद किया स्पेसवॉक

भारतवंशी सुनीता विलियम्स ने गुरुवार को सहकर्मी निक हेग के साथ स्पेसवॉक के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर कदम रखा। यह विलियम्स का 12 वर्षों में पहला और करियर का आठवां स्पेसवॉक है।

विलियम्स और विलमोर की पृथ्वी पर वापसी मिशन में फिर से देरी होगी

नासा ने कहा कि दोनों रखरखाव कार्य करने और हार्डवेयर बदलने का कार्य करेंगे। इस बीच, विलियम्स और विलमोर की पृथ्वी पर वापसी मिशन में फिर से देरी होगी, क्योंकि स्पेसएक्स क्रू 10 के लान्च में मार्च 2025 के अंत तक की देरी हो गई है। दोनों को फरवरी में स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल से पृथ्वी पर लौटना था।

एक पोस्ट में नासा ने बताया कि सुनीता विलियम्स और निक हेग न्यूट्रान स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (एनआइसीईआर) एक्स-रे टेलीस्कोप की मरम्मत सहित स्टेशन के अपडेशन के लिए स्पेस स्टेशन के बाहर कदम रख रहे हैं।

23 जनवरी को सुबह करेंगे स्पेसवॉक

विलियम्स और हेग एक रेट जाइरो असेंबली को बदलने के लिए काम करेंगे जो स्टेशन के लिए ओरिएंटेशन नियंत्रण प्रदान करने में मदद करता है। वे अंतरराष्ट्रीय डॉकिंग एडाप्टरों में से एक पर नेविगेशनल डाटा के लिए उपयोग किए जाने वाले रिफ्लेक्टर डिवाइस को भी बदलेंगे।यह जोड़ी कनेक्टर टूल की जांच करेगी जिनका उपयोग अल्फा मैग्नेटिक स्पेक्ट्रोमीटर पर भविष्य के रखरखाव कार्य के लिए किया जाएगा। नासा ने कहा कि एक अन्य स्पेसवॉक 23 जनवरी को सुबह 8:15 बजे शुरू होगा।

पिछले साल पांच जून से  अंतरिक्ष में सुनीता

सुनीता विलियम्स साथी अंतरिक्षयात्री बुच विल्मोर के साथ गत पांच जून को बोइंग के अंतरिक्षयान स्टारलाइनर से आइएसएस पहुंचे थे। उन्हें नौ दिनों में लौटना था, लेकिन नासा ने बाद में स्टारलाइनर को मानव यात्रा के लिए अनुपयुक्त घोषित कर दिया था, जिसके बाद स्टारलाइनर खाली धरती पर लौट आया था। अब मार्च के आखिर या फिर अप्रैल तक उनके धरती पर लौटने की संभावना है।

जेफ बेजोस की कंपनी के 320 फुट ऊंचे रॉकेट का परीक्षण उड़ान सफल

अंतरिक्ष क्षेत्र में एलन मस्क की स्पेसएक्स से प्रतिस्पर्धा के लिए कई कंपनियां प्रयास कर रही हैं। अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन ने गुरुवार को अपनी पहली परीक्षण उड़ान में विशाल रॉकेट लॉन्च किया। 320 फुट ऊंचे न्यू ग्लेन रॉकेट को फ्लोरिडा से लॉन्च किया गया।इसके साथ एक प्रोटोटाइप उपग्रह को पृथ्वी से हजारों मील ऊपर कक्षा में भेजा गया। इसने उसी लॉन्च पैड से उड़ान भरी जिसका उपयोग आधी सदी पहले नासा के मेरिनर और पायनियर अंतरिक्ष यान को लॉन्च करने के लिए किया गया था।

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