सोनीपत: शेयर मार्केट और प्रमोशन का टास्क देकर उद्यमी समेत दो से 88.86 लाख रुपये ठगे

साइबर ठग लगातार लोगों को अपने झांसे में लेकर उनकी गाढ़ी कमाई को हड़प रहे हैं। ठग लोगों को मोटे मुनाफे का झांसा देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। साइबर ठगों ने गन्नौर के उद्योगपति को शेयर मार्केट में मुनाफे का झांसा देकर 80 लाख रुपये व टीडीआई कुंडली के युवक को प्रमोशन का टास्क देकर 8.86 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ितों के बयान पर साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

गन्नौर निवासी राकेश कुमार ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि 18 अप्रैल को उनके मोबाइल पर एक नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया था। मैासेज भेजने वाले ने अपना नाम एवलिन ग्रेसिया बताया था। उनसे शेयर मार्केट व शेयर ट्रेडिंग करने के लिए कहा गया। उसने अपनी कंपनी का नाम मल्टीनेशनल लज्जार्ड बताया था।

साथ ही बताया था कि उनकी कंपनी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कराती है। उन्होंने उनसे एक एप डाउनलोड करा दिया। उन्होंने उसके बाद उन्हें शेयर मार्केट में रुपये लगाने को कहा। इसके बाद एक अन्य नंबर से नीता तिविदी के नाम से मैसेज भेजा गयस। उसने उनका परिचय अपने प्रोफेसर बताकर किसी दीपक राज से कराया और उनका मोबाइल नंबर दिया। उन्हें बताया गया कि वह उन्हें ट्रेडिंग व आईपीओ की जानकारी देंगे।

पीड़ित का आरोप है कि उन्हें कहा गया कि रुपये लगाने पर 40 से 50 फीसदी का लाभ मिलेगा। आईपीओ में रुपये लगाने पर दो से तीन गुना होने का लालच दिया। उन्होंने सबसे पहले 19 अप्रैल को 10 हजार रुपये का निवेश किया। उसके बाद उन्हें वीआईपी व्हाट्सएप ग्रुप 5 फिस्ट ऑफ वेल्थ में जोड़ दिया। उसके बाद उनसे 80 लाख रुपये जमा करा लिए गए। बाद में जब रुपये निकालने लगे तो ठगी का पता लगा। उन्होंने साइबर थाना में शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया।

यूएस की कंपनी बनाकर झांसे में लिया, अब 44 लाख मांग रहे
पीड़ित उद्योगपति ने पुलिस को बताया है कि उन्हें बताया गया कि यह यूएस (संयुक्त राज्य अमेरिका) की कंपनी है। इसमें कोई खतरा नहीं है। जब वह रुपये निकालने गए तो एप बंद मिला। उसके बाद कस्टमर केयर पर संपर्क किया तो 44 लाख रुपये और जमा कराने की मांग की। उन्होंने रुपये नहीं दिए। तब उन्हें ठगी का पता लग सका। साइबर ठगों ने उनसे 19 अप्रैल से 21 मई तक 33 दिन के अंदर पांच बैंक खातों में 17 बार में राशि जमा कराई।

प्रमोशन के नाम पर झांसे में लेकर ठगी
कुंडली टीडीआई निवासी मयंक साइबर थाना पुलिस को बताया कि 31 मई को उनके मोबाइल पर एक नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया था। उन्हें रमी सर्किल व बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया का प्रमोशन का टास्क दिया गया। इसके एवज में मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया था। उन्हें एक टेलीग्राम लिंक से जोड़ दिया गया। उन्होंने शुरुआत में उन्हें 320 रुपये, फिर 300 रुपये दिए गए। उसके बाद मोटा मुनाफा देने के लिए रुपये लगाने को कहा। उन्होंने एक हजार रुपये लगाए तो 1750 रुपये वापस कर दिए। उसके बाद 11 हजार लगाने पर 14,300 वापस दे दिए। उसके बाद उन्हें ऑफिशियल मेंबर बनाने का लालच देकर 1 से 3 जून तक उनसे नौ बार में 8,86,200 रुपये खाते में डलवा लिये। अब रुपये निकालने के नाम पर तीन लाख रुपये और मांगे जा रहे है। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया।

साइबर टीम की जांच में दुबई तक जुड़े मिले थे तार
शेयर मार्केट में रुपये लगाकर लोगों को झांसे में ठगी करने वालों के तार दुबई तक जुड़े मिले थे। सोनीपत के बड़ी क्षेत्र के उद्योगपति से भी पिछले दिनों 69.10 लाख की ठगी हुई थी। साइबर टीम ने पता लगाया था कि इस तरह की ठगी पहले गुरुग्राम व नोएडा से होती थी। वहां शिकंजा कसने पर नेपाल से गिरोह को चलाया जाने लगा और अब दुबई से चलाया जा रहा है। इसमें चीन के ठगों के जुड़े होने का इनपुट मिल चुका है।

साइबर ठग शेयर मार्केट के जरिए कंपनियों में निवेश का झांसा देकर ठगी कर रहे है। किसी तो इस तरह के लालच में नहीं आना चाहिए। किसी के साथ ठगी की कोई वारदात होती है तो तुरंत 1930 नंबर डायल कर सूचना दें। शेयर ट्रेडिंग डिमैट अकाउंट खुलवा कर ही करें। -रवींद्र कुमार, पुलिस प्रवक्ता सोनीपत

Back to top button