सोनिया गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का उल्लेख करते हुए कही ये बड़ी बात ..

कांग्रेस पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज संसद में भारत-चीन सीमा विवाद को लोकर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने इस दौरान सरकार से कई तीखे सवाल पूछे। सेंट्रल हॉल में कांग्रेस सांसदों को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि जब भी कोई राष्ट्रीय चुनौती सामने आती है, संसद को भरोसे में लेने की परंपरा रही है। बहस से कई महत्वपूर्ण सवाल सामने निकलकर आते हैं।

कांग्रेस सांसदों को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने सरकार से कई सवाल पूछे। उन्होंने पूछा, “क्यों चीन लगातार हम पर हमला करने के लिए तैयार रहता है? इन हमलों का जवाब देने के लिए क्या तैयारी की गई है और क्या करने की आवश्यकता है? चीन को भविष्य में किसी भी तरह की घुसपैठ से रोकने के लिए सरकार की नीति क्या है? चीन से हम जितना निर्यात करते हैं, उससे कहीं अधिक आयात करते हैं। चीन को जवाब देने के लिए कोई आर्थिक प्रतिक्रिया क्यों नहीं है? वैश्विक समुदाय के लिए सरकार की कूटनीतिक पहुंच क्या है?”
कांग्रेस संसदीय दल की मुखिया सोनिया गांधी ने सीमा पर ‘चीन के अतिक्रमण’ पर चिंता व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि इस महत्वपूर्ण विषय पर सरकार द्वारा संसद में चर्चा कराने से इनकार करना लोकतंत्र का अनादर है और इससे उसकी नीयत पता चलती है। उन्होंने कहा कि पूरा देश भारतीय जवानों के साथ खड़ा है, लेकिन सरकार के रुख के कारण राजनीतिक दलों और जनता को वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी नहीं मिल रही है।
आपको बता दें कि इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और कांग्रेस सांसद शामिल हुए। सोनिया गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का उल्लेख करते हुए कहा, ”राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा गर्व का विषय है। यह कांग्रेस पार्टी के संदेश को जनता तक सीधे ले जाने का एक अनोखा प्रयास है। मैं उस हर भारतीय का आभार प्रकट करती हूं जिसने इस यात्रा और इसके बंधुत्व एवं समता के संदेश का समर्थन किया है।”





