समुद्र में घुसा गोताखोर, पीछे से किसी ने पकड़ा पैर, मुड़कर देखा तो उड़े होश

समुद्र के बाहर की दुनिया से तो आप परिचित ही होंगे, पर समुद्र के अंदर की दुनिया बेहद खौफनाक है. फिल्मों या टीवी शोज़ में आपको लगता होगा कि समुद्र के अंदर खूबसूरती है, शांत प्रवृति के जीव हैं जो धरती पर रहने वाले जीवों की तरह जीवन यापन करते हैं. मगर वहां भी शार्क्स का खतरा होता है. कुछ सालों पहले एक आदमी भी समुद्र के अंदर जब घुसा, तब उसका सामना प्रकृति के इसी खौफनाक (Shark attack man Australia) रूप से हुआ. पानी में घुसने के कुछ देर बाद उसे अचानक लगा कि किसी ने उसका पैर पीछे से पकड़ लिया. जैसे ही वो पीछे मुड़ा, नजारा देखकर उसके होश उड़ गए. सामने दो आंखें उसकी ओर घूर रही थीं, जो असल में शार्क की थीं.

डेली स्टार न्यूज वेबसाइट के अनुसार 47 साल के पॉल डी गेल्डर (Paul de Gelder) ऑस्ट्रेलियन नेवी बॉम्ब डिस्पोजल डाइवर हैं. साल 2009 में वो सिडनी हार्बर में अपनी नौकरी से जुड़ी रूटीन ड्रिल कर रहे थे. उन्होंने बताया कि उनकी टीम नए काउंटर टेरिरिज्म गियर की टेस्टिंग कर रही थी. वो पहले स्विमिंग लैप पर थे. ऐसा वो सैकड़ों बार कर चुके थे, उनके लिए कुछ भी नया नहीं था. पर तभी अचानक उन्हें लगा जैसे उनके दाएं पैर को किसी ने पकड़ लिया हो. उनका दायां हाथ भी जाम लग रहा था, वो भी किसी के चंगुल में था.

शार्क के हमले में अधमरा हो गया शख्स
जैसे ही पॉल ने मुड़कर देखा, नजारा देख उनके होश उड़ गए. सामने एक विशाल बुल शार्क थी, जो उन्हें ही घूर रही थी. उसकी लंबाई कम से कम 9 फीट की थी. इससे पहले कि वो कुछ कर पाते, शार्क ने हमला किया और उनके हाथ को पकड़कर अपनी ओर खींचने लगी. पॉल ने उसकी आंख और नाक पर काफी वार किए, मगर वो तो उनके हाथ और पैर को काटे जा रही थी और अपने साथ खींचती ले जा रही थी. एक पल के लिए पॉल को लगा कि वो अब नहीं बच पाएंगे. उस वक्त उन्हें लग रहा था अब तक जिंदगी वो काफी सुखद तरीके से जी चुके हैं और अगर वो उनका आखिरी दिन है तो उन्हें मंजूर है. इन ख्यालों के बीच अचानक शार्क ने अपनी पकड़ कमजोर कर दी और पानी में ओझल हो गई. मौका मिलते ही पॉल उस जगह से दूर तैरने लगे और कुछ ही वक्त में बचाव दल ने उन्हें पानी से निकाल लिया.

शख्स ने बदल ली अपनी जिंदगी
मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी. उनका दाहिना हाथ कटकर पानी में बह चुका था और दाहिने पैर में इतने जख्म थे कि उससे बहुत खून बह गया था. अंत में डॉक्टरों को उसे भी काटना पड़ा. 9 हफ्तों तक वो जेल में रहे. उन्हें लगा कि ठीक होने के बाद वो उस शार्क से बदला लेंगे. पर बाद में उन्हें एहसास हुआ कि इसमें शार्क की कोई गलती नहीं थी, वो तो वही कर रही थी, जो शार्क करती हैं, यानी अपने स्वभाविक प्रवृत्ति के अनुसार कार्य कर रही थी. इस घटना के बाद पॉल की जिंदगी पूरी तरह बदल गई. वो पूरी तरह शाकाहारी बन गए और साथ ही मोटिवेशनल स्पीकर बन गए. अब वो जानवरों को बचाने का कार्य करते है, शार्क्स को भी बचाने का कार्य कर रहे हैं और कई बार उनके साथ डाइव कर चुके हैं. साल 2012 में उन्होंने नेवी सर्विस छोड़ दी थी. अब वो मोटिवेशनल स्पीकर, पर्यावरणविद और ट्रैवलर बन चुके हैं.

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