जाने स्ट्रेस को जिंदगी से बाहर करने के कुछ सरल टिप्स, मिलेगी बहुत राहत…

टैंशन एक ऐसा मर्ज है जो ठीक होते कामों को ख़राब कर सकता है। स्ट्रेस न हो तो मुश्किल हालात भी हैंडल हो जाते हैं। आपने भी यह महसूस किया होगा। तो अब टैंशन को जिंदगी में खलल न डालने देने की तैयारी कीजिए। इसके लिए आपको कुछ ट्रिक्स अपने जीवन में उतारने होंगे जिससे स्ट्रेस आए तो आप पर प्रभाव न कर पाए। इन ट्रिक्स के साथ आपके जीवन की कई समस्याएं हल हो सकेंगी क्योंकि स्ट्रेस के बगैर आप खुले दिमाग से सब काम करेंगे। आइए स्ट्रेस को जिंदगी से बाहर करने के कुछ सरल टिप्स पर नजर डाल लेते हैं।

कारण क्या है:- 
जब भी स्ट्रेस हो तो सबसे पहला काम इसकी वजहों पर नजर डालिए। जानिए कि अक्सर कौन सी बातें या हालात आपको स्ट्रेस देती हैं?

नजर मकसद पर:- 
स्ट्रेस को अनदेखा करते जाने का एक तरीका ये भी है कि अपने मकसद को हमेशा हर पल याद रखा जाए। जीवन में आपको क्या-क्या चाहिए, ये आप कभी न भूले। जब आपका मकसद हमेशा आपकी आंखों के समक्ष होगा तो ये स्ट्रेस कभी आपको परेशान कर ही नहीं पाएगा। आप स्वयं का वक़्त स्ट्रेस पर खराब करेंगे ही नहीं।

इमोशन पर हो कंट्रोल:- 
स्ट्रेस के पीछे के इमोशन को यदि नियंत्रित कर लिया जाए तो स्ट्रेस भी नियंत्रित हो ही जाएगा। है न…बस आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखते हुए वो करना है जो सही है। आपको स्ट्रेस के बहकावे में बिल्कुल नहीं आना है। आपको अपने सभी भावनाओं पर पकड़ पूरी मजबूत रखनी है। इस समय स्वयं को शांत रखिए और आगे बढ़िए।

जो है वो अच्छा है:- 
स्ट्रेस एक वक़्त पर ऐसा महसूस कराता है मानो आपके पास कुछ है ही नहीं। जबकि ऐसा होता बिल्कुल नहीं है। सबके पास ऐसा कुछ न कुछ अवश्य होता है जिसके लिए आप ईश्वर को धन्यवाद कह सकते हैं। जैसे हो सकता है स्ट्रेस आपको नौकरी से मिला हो। मगर इस बीच आपके परिवार से आपको भरपूर सपोर्ट प्राप्त हो रहा हो। या फिर आपकी बीवी की नौकरी ठीक चल रही हो। आप न सही तो वो तो घर संभाल ही लेंगी, ये सुकून तो आप महसूस कर ही सकते हैं।

हल पर बात कीजिए:-
स्ट्रेस से परेशान होने से अच्छा होगा कि आप हल के बारे में सोचें। हल के बारे में सोचना भर बहुत हद तक समस्या कम कर देता है। इसलिए जब भी स्ट्रेस महसूस हो तत्काल इसके हल के बारे में सोचिए तथा इसको अपनी आदत बना लीजिए।

स्वीकार करे:-
सामान्य रूप से स्ट्रेस आपको हार महसूस कराता है। ये महसूस कराता है कि आप ये एक काम ठीक तरीके से नहीं कर सकते हैं। तो इस समय आवश्यकता है कि आप अपनी कमी को कबूल करें तथा इसको सुधारने के लिए काम करें। कबूल करके काफी सारी समस्या हल हो जाती हैं। इसलिए जब भी स्ट्रेस हो अपनी कमी को स्वीकार करें तथा उसे सुधारने की तरफ कदम बढ़ाएं।

ज्यादा से ज्यादा क्या होगा:- 
स्ट्रेस तब भी बिल्कुल गायब हो जाता है, जब आप खराब से खराब हालात को हैंडल कर लेने का साहस जुटा लेते हैं। जब भी स्ट्रेस हो तो समस्या का हल तलाशे मगर इस के चलते उस हालात के लिए भी तैयार रहें जो खराब से खराब हो सकती है। जब आपको इस हालात के बारे में पता चल जाएगा तो भरोसा कीजिए आप इसको हैंडल करने की योजना भी खुद ब खुद ही बनाने लगेंगे। आपका स्ट्रेस और डर दोनों ही छू मंतर भी हो जाएंगे।

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