ठोस रोबोट खुद को पिघला कर बदलेंगे अपना आकार, पुरानी विज्ञान फंतासी हुई साकार!
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विज्ञान ने ऐसी ऐसी कल्पनाओं को सच किया है जिन पर उनके होने के कुछ समय पहले यकीन करना मुश्किल था. हर कोई कभी कोरी कल्पना तो कभी विज्ञान फंतासी का नाम देकर बड़े आविष्कारों को नकारता रहा था. चाहे हवाई जहाज बनाना हो या फिर एआई से सुसज्जित तकनीकी, विज्ञान ने असंभव को संभव बनाया है. इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है. कुछ सालों में आपको हुलिया, यहां तक कि आकार बदलते रोबोट भी दिखने लगेंगे. इस तरह का विचार मशहूर हॉलीवुड फिल्म टर्मिनेटर 2 में देखने को मिला था.
सच होगा उस फिल्म का अंदाज
1991 में जब टर्मिनेटर 2 जजमेंट डे नाम की फिल्म रीलीज हुई थी. उसमें टी-1000 नाम का रोबोट था जिसे में यह क्षमता थी कि वह कभी भी खुद को पानी की तरह पिघलाने के बाद किसी का भी रूप धर सकता था. अब वैज्ञानिकों ने एक आकार सके ऐसा रोबोट बनाया है.
बोतल में रखा जा सकता है
शोधकर्ताओं का दावा है कि इस तरह के रोबोट को बोतल में रखा जा सकता है. उनके मुताबिक डिस्क के आकार के स्वचलित रोबोट को इस तरह से प्रोग्राम किया जा सकेगा जो खुद को ही असेंबल कर कई आकार ले सकेंगे. ये रोबोट मैग्नेट, मोटर्स और प्रकाश की मदद से खुद की कठोर से तरल अवस्था में बदल सकेंगे. इस तरह से वे खुद को ठीक कर वापस अपना आकार भी हासिल कर सकेंगे.
उन्हें बहा कर पहुंचाया जा सकता है
इस खोज के बारे में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निंया सांता बारबरा के पूर्व डॉक्टोरल रिसर्चर ने बताया,””अब हमने यह पता लगा लिया है कि रोबोट के कैसे पदार्थ की तरह बर्ताव करने वाला बनाया जा सकता है.” उन्हें किसी एक दिशा में कहीं भी भेज कर उनसे वह कार्य कराया जा सकता है जिनके लिए उन्हें बनाया गया है.
किससे मिली प्रेरणा?
शोधकर्ताओं का इसकी प्रेरणा इंसान और अन्य जीवों से मिली है जिनमें बहुत सारी कोशिकाएं मिल कर अलग-अलग प्रकार अंग का निर्माण करती हैं और इस सब की शुरुआत एक भ्रूण से होती है. उन्होंने बताया कि जीवित भ्रूण ऊतक एक तरह के पूरे स्मार्ट पदार्थ होते हें, जिनमें खुद ही को आकार देने के साथ ही खुद का ही उपचार करने की भी क्षमता होती है.
भ्रूण बनाने के लिए, ऊतकों में कोशिकाएं तरल और ठोस अवस्थाओं में बदलती रहती हैं. शोधकर्ताओं ने मैग्नेट और मोटर वाले गियर का उपयोग कर छोटो बोट्स को मिला कर ठोस में बदला. लेकिन गियर बदल कर ये रोबोट खुद को ढालने वाले पदार्थ में बदल सकते हैं. गियर बदलने के संकेत उन्हें बोट्स के शीर्ष पर लगे सेंसर पर मिलेंगे. अभी तो ये रोबोट इंसानों से नियंत्रित होंगे, लेकिन बाद में वे एआई से नियंत्रित हो जाएंगे.