सूर्य ग्रहण: आज शादीशुदा महिलाएं गलती से भी न करे ये 2 काम, वरना परिवार पर आसकता हैं महासंकट

15 फरवरी को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा। जनवरी में पूर्णिमा के दिन पड़े चंद्र ग्रहण के बाद अमावस्या को सूर्य ग्रहण पड़ेगा। यह सूर्य ग्रहण आंशिक है।यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका उरुग्वे और ब्राजील में देखा जाएगा। हालांकि कहा जा रहा है कि ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा लेकिन चूँकि यह एक खगोलीय घटना है और सूर्य का प्रकाश पुरे विश्व पर एक समान ही पड़ता है इसीलिए ज्योतिषियों का मानना है कि इसके कुछ बुरे प्रभाव सामने आ सकते हैं।

आपको बता दे कि सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक लग जाते हैं और इस दौरान कुछ कामों को करने की मनाही होती है। आज का यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा।सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्‍वी एक ही लाइन में आ जाते हैं. आपको बता दें कि यह ग्रहण रात 12.25 मिनट से शुरू होगा और यह 16 फरवरी सुबह 4.18 बजे तक जारी रहेगा.इसलिए आपको कुछ कामो से दूर रहना होगा क्योकि यह आपके लिए संकट का कारण बन सकते है.

सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें विशेष ध्यान पहली बात जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए वह ये है कि आज के दिन आपको कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए

सूर्य ग्रहण के बाद जरूरतमंदों को अन्न या अपनी बजट अनुसार दान आदि करें. क्योकि पुण्य प्राप्ति के लिए सबसे अच्छा दिन माना गया है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सूर्यग्रहण के बाद पवित्र नदियों और सरोवरों में स्नान कर देवता की आराधना करनी चाहिए.

स्नान के बाद गरीबों और ब्राह्मणों को दान देने की परंपरा है. मान्यता है कि इससे ग्रहण के प्रभाव में कमी आती है. यही कारण है कि सूर्यग्रहण के बाद लोग गंगा, यमुना, गोदावरी आदि नदियों में स्नान के लिए जाते हैं और दान देते हैं

हिन्दू मान्यता के अनुसार, सूर्यग्रहण में ग्रहण शुरु होने से चार प्रहर पूर्व भोजन नहीं करना चाहिये. बूढ़े, बालक और रोगी एक प्रहर पूर्व तक खा सकते हैं. ऐसा भी कहा जाता है कि सूर्यग्रहण पर सूतक से पहले पके हुए भोजन में तुलसी के पत्‍ते डाल देने चाहिए. यह भी माना जाता है कि ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी, फूल आदि नहीं तोड़ना चाहिए.

मिथक है कि गर्भवती स्त्री को सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण नहीं देखना चाहिए. क्योंकि माना जाता है कि उसके दुष्प्रभाव से शिशु को प्रभावित कर सकता है.

यह मान्यता भी प्रचलित है कि सूर्यग्रहण के समय बाल और वस्त्र नहीं निचोड़ने चाहिए और दांत भी नहीं साफ करने चाहिए. ग्रहण के समय ताला खोलना, सोना, मल-मूत्र का त्याग करना और भोजन करना – ये सब कार्य वर्जित हैं

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एक बात और जो आप लोगों को ध्यान में रखनी है और वह ये है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, काटने और छीलने जैसे कार्यों को करने से बचना चाहिए। क्योकि ऐसा करना आपके होने वाले बच्चे के भविष्य को प्रभावित करता है

सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण के दौरान किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत को बिल्कुल मना किया जाता है. मान्यता है कि इस दौरान शुरु किया गया काम अच्छा परिणाम नहीं देता है

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