स्मार्ट सिटी मिशन: सीएम योगी ने मारी बाजी, इन शहरों में रहे अव्वल
केंद्र सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी कॉन्टेस्ट में उत्तर प्रदेश ने शुक्रवार को राज्य कैटेगरी में पहला स्थान हासिल किया है. जबकि इस लिस्ट में मध्य प्रदेश दूसरे और तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहा है. वहीं केंद्रीय आवास और शहरी मंत्रालय के स्मार्ट सिटीज अवार्ड 2020 के तहत शहरों को मिलने वाले अवॉर्ड की बात करें तो मध्य प्रदेश के इंदौर और गुजरात के सूरत को संयुक्त विजेता घोषित किया गया है.
यह पुरस्कार सामाजिक पहलुओं, शासन, संस्कृति, शहरी पर्यावरण, स्वच्छता, अर्थव्यवस्था, निर्मित पर्यावरण, जल और शहरी गतिशीलता जैसे विषयों के आधार पर दिए गए. आपको बता दें कि साल 2019 में, सूरत स्मार्ट शहरों में एकमात्र विजेता था. यह पहली बार है कि राज्यों को भी स्मार्ट शहरों के ओवरऑल परफॉरमेंस के लिए सम्मानित किया गया है.
वहीं केंद्र शासित प्रदेशों के लिए चंडीगढ़ ने पहला पुरस्कार जीता, जबकि इंदौर ने ‘इनोवेटिव आइडिया अवार्ड’ जीता है. मंत्रालय के अनुसार, अहमदाबाद को ‘स्मार्ट सिटीज लीडरशिप अवार्ड’ मिला, इसके बाद वाराणसी और रांची क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे.
स्मार्ट सिटीज मिशन (SCM), अटल शहरी कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (AMRUT) और प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (PMAY-U) की छठी वर्षगांठ के अवसर पर इन पुरस्कारों की घोषणा की गई. लिस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले नौ शहरों में सूरत, इंदौर, अहमदाबाद, पुणे, विजयवाड़ा, राजकोट, विशाखापत्तनम, पिंपरी-चिंचवाड़ और वडोदरा शामिल हैं.
स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत पूरी हुईं परियोजनाएं
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत कुल प्रस्तावित परियोजनाओं में से अब तक 1,78,500 करोड़ रुपये की 5,924 परियोजनाओं का टेंडर हो चुका है और 1,46,125 करोड़ रुपये की 5,236 परियोजनाओं के लिए कार्य आदेश जारी किए जा चुके हैं. इसके अलावा मंत्रालय ने यह भी कहा कि 45,080 करोड़ रुपये की 2,665 परियोजनाएं पूरी तरह से पूरी हो चुकी हैं और चालू हैं (23 जून 2021 तक).
लगभग 1.12 करोड़ घर स्वीकृत
बयान में कहा गया है कि पीएमएवाई (शहरी) के तहत अब तक इसके लाभार्थियों के लिए लगभग 1.12 करोड़ घर स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 83 लाख से अधिक घर जमीन पर हैं और 50 लाख से अधिक पूरे हो चुके हैं. साथ ही कहा गया है कि अमृत और अन्य योजनाओं के साथ अब तक लगभग 105 लाख घरेलू नल के पानी के कनेक्शन और 78 लाख सीवर या सेप्टेज कनेक्शन प्रदान किए गए हैं.