शीशे के सामने बैठकर पढ़ने के फायदे गिना रहा बंता

1) संता और बंता दोनों भाई एक ही क्लास में पढ़ते थे।

टीचर- तुम दोनों ने अपने पापा का नाम अलग-अलग क्यों लिखा है?

संता- मैडम, फिर आप कहती हैं, कि दोनों ने नकल मारी है।

2) संता (बंता से)- तू शीशे के सामने बैठकर क्यों पढ़ता है?

बंता- इसके तीन फायदे हैं-

  • खुद पर नजर रहती है।
  • साथ में रिविजन हो जाता है।
  • पढ़ने के लिए कंपनी भी मिल जाती है।

3) संता (बंता से) – तूने पड़ोस वाले अंकल को अपनी सैलरी ज्यादा क्यूं बताई?

बंता- यार क्या करूं, आजकल लोगों को सैलरी कम बताओ तो इज्जत नहीं देते, ज्यादा बताओ तो उधार मांगने लग जाते हैं। समझ नहीं आ रहा, इज्जत बचाएं या पैसा।

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