सुखोई उड़ान से जुड़े अपने अनुभव को निर्मला सीतारमण ने मीडिया से शेयर किया और काफी उत्साहित दिखीं। उन्होंने कहा सुखोई उड़ाना मेरे लिए गर्व की बात है। सुखोई उड़ाकर मैं ये समझ पाई कि इसे उड़ाने के लिए कितनी रिगरस प्रैक्टिस की जरूरत होती है और हम कितनी जल्दी हर सिचुएशन के लिए तैयार है और कितनी जल्दी मैदान में उतरने के लिए तैयार रहते हैं। आज सुखोई उड़ाना आंख खोलने वाला और यादगार मोमेंट रहा।
निर्मला लड़ाकू विमान सुखोई उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला मंत्री बन गई
निर्मला लड़ाकू विमान सुखोई उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला मंत्री बन गई हैं। वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के कई केंद्रीय मंत्री समय-समय पर जवानों से मिलते और उनकी हौसला अफजाई करते रहते हैं लेकिन रक्षामंत्री का पदभार संभालने के बाद निर्मला लगातार जवानों के बीच पहुंचकर सुरक्षा इंतजामों पर नजर रखती रहीं हैं।
निर्मला सीतारण इससे पहले पोकरण में टैंक की सवारी कर चुकी हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य का दौरा और बाड़मेर में उत्तरलाई एयर बेस का दौरा किया था। रक्षा मंत्री बनने के बाद सबसे पहले सीतारमण ने जामनगर में भारतीय नौसेना बेस की यात्रा की थी। जहां उन्हें मिग 21 फाइटर प्लेन की जानकारी दी गई थी।
भारत के पास 220 सुखोई विमान हैं।
सुखोई विमान की बात करें तो यह विमान विषम परिस्थितियों में भी दुश्मनों के दांत खट्टा करने में माहिर होता है। यह 2600 प्रति घंटा की रफ्तार से तीन हजार किलोमीटर के दायरे में दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकता है। इस समय भारत के पास 220 सुखोई विमान हैं।