ट्रंप के एक्शन से भड़क उठा सिख समुदाय
अमेरिका में मौजूद अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कमर कस ली है। , ट्रंप प्रशासन लगातार अवैध प्रवासियों को उनके देश डिपोर्ट करना शुरू कर दिया है।
अमेरिकी अधिकारियों ने गुरुद्वारे की ली तलाशी
आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका में मौजूद 18000 से ज्यादा अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे भारतीयों को वापस भारत भेजा जाएगा। इसी बीच न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में कानून प्रवर्तन अधिकारी अवैध प्रवासियों की तलाश में गुरुद्वारे जा पहुंचे। इस घटना पर सिख संगठनों ने नाराजगी जाहिर की है। सिख संगठनों ने इस तरह की कार्रवाई को अपनी आस्था की पवित्रता के लिए खतरा बताया।
सिख समुदाय ने जाहिर की चिंता
सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड ने इस घटना पर चिंता जाहिर की है। SALDF की कार्यकारी निदेशक किरण कौर गिल ने कहा कि गुरुद्वारे सिर्फ पूजा स्थल नहीं है, बल्कि ये एक महत्वपूर्ण सामुदायिक केंद्र भी है, जो सिखों और व्यापक समुदाय की मदद करते हैं। इन स्थानों पर तलाशी की वजह से हमारी आस्था की पवित्रता खतरे में पड़ जाती है। ऐसी घटनाएं देशभर में मौजूद सिख समुदाय के लोगों की चिंता बढ़ाती है।
ट्रंप प्रशासन का क्या कहना है?
माना जाता है कि अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे प्रवासी न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी के कुछ गुरुद्वारों का उपयोग करते हैं। अमेरिकी गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि सीबीपी और आईसीई के अधिकारी उन हत्यारों और यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपियों की तलाश में हैं, जो अवैध तरीके से हमारे देश में दाखिल हुए हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए अपराधी स्कूलों और गिरजाघरों में छिप गए हैं।
अवैध प्रवासियों के मामले में दूसरे देश दें हमारा साथ: अमेरिका
हाल ही में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी कांग्रेस उन देशों पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार है जो बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों के निर्वासन पर ट्रंप प्रशासन के आदेश में सहयोग करने से इनकार करते हैं।
माइक जॉनसन ने आगे कहा, “कोलंबिया और सभी देशों को सतर्क रहना चाहिए, कांग्रेस उन लोगों के खिलाफ प्रतिबंध और अन्य उपाय पारित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है जो संयुक्त राज्य अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले अपने नागरिकों को स्वीकार करने के लिए पूरी तरह से सहयोग नहीं करते हैं या आवश्यकताओं का पालन नहीं करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिका को पहले रख रहे हैं, जैसा उन्होंने कहा था। कांग्रेस उन नीतियों को लागू करेगी जो उनके एजेंडे को मजबूत करती हैं।’
क्या है भारत का स्टैंड?
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर कहा गया कि अगर अवैध प्रवासियों की राष्ट्रीयता की पुष्टि हो जाती है तो भारत उन्हें वापस ले लेगा। नई दिल्ली अवैध आव्रजन के खिलाफ है ‘क्योंकि यह संगठित अपराध के कई रूपों से जुड़ा हुआ है।