शेख हसीना की भतीजी ने ब्रिटेन सरकार में मंत्री पद से दिया इस्तीफा

 बांग्लादेश की अपदस्थ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी और ब्रिटेन में लेबर पार्टी की सांसद ट्यूलिप सिद्दीक ने मंगलवार को ट्रेजरी मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। पिछले दिनों बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने शेख हसीना के साथ लिंक और उनकी संपत्तियों को लेकर सवाल उठाया था जिसके बाद से ट्यूलिप सिद्दीक काफी दवाब में थीं।

बांग्लादेश सरकार ने भी सिद्दीक के अपदस्थ प्रधानमंत्री हसीना के शासन से संबंधों के बारे में गंभीर चिंता जताई और भ्रष्टाचार मामले में उनके खिलाफ जांच की मांग की थी। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस ने कहा था कि ट्यूलिप को दी गई संपत्तियां बांग्लादेश की पूर्व सरकार की ओर अवैध रूप से उपहार दी होंगी।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने की तारीफ

वहीं, ट्यूलिप सिद्दीक के पद से इस्तीफा देने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने मंगलवार को सांसद एम्मा रेनॉल्ड्स को ट्रेजरी मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने ट्यूलिप के इस्तीफे पर खेद व्यक्त किया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि उनको ट्यूलिप के खिलाफ मंत्रिस्तरीय उल्लंघनों या वित्तीय अनियमितताओं का कोई सबूत नहीं मिला है। आगे उन्होंने कहा कि ट्यूलिप सिद्दीक के सत्ता में लौटने के लिए दरवाजे खुले हुए हैं।

भारत में रह रहीं है शेख हसीना

77 वर्षीय शेख हसीना 5 अगस्त से भारत में रह रही हैं, जब वे छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद देश छोड़कर भाग गई थीं, जिसने उनकी 16 साल की सरकार को गिरा दिया था। दूसरी ओर बांग्लादेश स्थित अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने हसीना और कई पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, सलाहकारों और सैन्य और नागरिक अधिकारियों के खिलाफ “मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार” के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।

शेख हसीना का भारत ने बढ़ाया का वीजा

भारत ने बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के वीजा की अवधि को बढ़ा दिया है। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब बांग्लादेश उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रही है। वहां की अंतरिम सरकार ने उनका पासपोर्ट रद कर दिया है। बांग्लादेश के ट्रिब्यूनल ने हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया है। बता दें कि बांग्लादेश में हिंसक छात्र आंदोलन के चलते गत पांच अगस्त को हसीना की अगुआई वाली अवामी लीग सरकार का पतन हो गया था। तब से वह भारत में ही रह रही हैं।

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