Shammi Kapoor ने जब बड़े भैया Raj Kapoor से की थी दगाबाजी

हिंदी सिनेमा को एक अलग मुकाम पर पहुंचाने वाले अभिनेता राज कपूर ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं। मेरा नाम जोकर से लेकर श्री 420, राम तेरी गंगा मैली, बॉबी, बरसात सहित दिग्गज अभिनेता-डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की आज भी ये फिल्में दर्शक बड़े चाव से देखते हैं।

अपने काम में बारीकियों को लेकर राज कपूर जितने मशहूर थे, उतने ही अपनी पार्टीज को लेकर भी चर्चा में रहते थे। ऐसा कहा जाता है कि उनके घर पर आए दिन महफिल सजती थी। ऐसी ही एक महफिल में शम्मी कपूर ने सिर्फ एक गाने के लालच में ऐसी अपने बड़े भाई से दगाबाजी कर दी थी, जिससे नाराज होकर राज कपूर ने अपने भाई को सर्कल से ही बाहर कर दिया था, क्या था ये पूरा किस्सा और कौन सा गाना लाया था दो भाइयों के रिश्ते में खटास, नीचे पढ़ें दिलचस्प थ्रो-बैक किस्सा:

गानों की अदला-बदली ने तोड़ा था राज कपूर का दिल
राज कपूर को संगीत से कितना प्रेम था इसका अंदाजा आप उनकी फिल्मों के गाने से लगा सकते हैं, जो आज भी लोकप्रिय हैं। वह संगीत को लेकर काफी सीरियस थे। ओल्ड स्टोरीज बताने वाले एक यूट्यूब चैनल ने ये किस्सा शेयर करते हुए बताया कि जब राज कपूर ‘संगम’ और शम्मी कपूर ‘जंगली’ बना रहे थे, तो राज कपूर ने अपने घर में एक महफिल जमाई थी, जिसमें संगीत के साथ-साथ शराब भी थी।

इस फिल्म के सिलसिले में राज कपूर पार्टी में बात करते थे। इत्तेफाक से संगम और जंगली दोनों ही फिल्मों का संगीत शंकर जयकिशन का था और उसके गाने शैलेंद्र और हसरत ने मिलकर लिखे थे। जब पार्टी चल रही थी उसी समय राज कपूर ने हसरत से उनका लिखा गीत सुनाने के लिए कहा। उन्हें दोनों ही फिल्मों के लिए एक थीम पर गाना लिखना था, जिसमें एक प्रेमी अपनी प्रेमिका से इजहार करते हुए गाना गा रहा है।

राज कपूर के नशे में मस्त होने का शम्मी ने उठाया फायदा
दोनों ही फिल्मों के लिए लिखे गए गाने को हसरत ने महफिल में एक-एक करके गाना स्टार्ट किया, लेकिन अभी तक कौन सी फिल्म में कौन सा गाना हुआ था, इसका निर्णय नहीं लिया गया था। हसरत ने जैसे ही पहला गाना ‘ये मेरा प्रेम पत्र’ पढ़कर सुनाया ही था कि राज कपूर शराब के नशे में डूब चुके थे, जिसकी वजह से वह गाने पर ध्यान नहीं दे सके।

तभी शम्मी कपूर ने हसरत जयपुरी से दूसरा गीत सुनाने के लिए कहा, जैसे ही उन्होंने ‘एहसान तेरा होगा मुझपर’ उन्हें सुनाया एक्टर इसमें खो गए। शम्मी कपूर को ये गाना इतना पसंद आया कि उन्हें ये डर लगने लगा कि गाना राज कपूर संगम में ले लेंगे, जिसकी वजह से उन्होंने हसरत से गुजारिश की कि वह दूसरा गाना राज कपूर को न सुनाए और कहा कि उन्हें सुबह तक कुछ याद नहीं रहेगा। हसरत जिनके पास कोई चारा नहीं था वह चुप रहे और ‘प्रेम पत्र’ संगम में और ‘एहसान तेरा’ जंगली में शूट हुआ।

शम्मी कपूर की हेरा-फेरी से गुस्सा हुए थे राज कपूर
रिपोर्ट्स की मानें तो देर सवेर राज कपूर को शम्मी कपूर की गाने की इस हेरा फेरी के बारे में भनक लग गई थी। जब उनके कानों तक ये बात आई, तो अभिनेता अपने भाई पर काफी नाराज हुए। राज कपूर को शम्मी कपूर पर इतना गुस्सा आया था कि उन्होंने शाम को होने वाली संगीत की महफिलों में उन्हें बुलाना बंद कर दिया। हालांकि, बाद में ये मामला सुलट गया और दोनों भाइयों में सुलह भी हो गई।

जंगली जहां 1961 में बड़े पर्दे पर रिलीज हुई, तो वहीं संगम उसके तीन साल बाद 1964 में आई। ये दोनों ही फिल्में कमर्शियली हिट रही थीं, लेकिन जंगली को समीक्षकों और दर्शकों से ज्यादा प्यार और सराहना मिली थी।

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