समस्याओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी कई एसोसिएशनस पहुंची अनिल विज के कार्यालय

आखिर क्यों प्रदेश का हर फरियादी अनिल विज को अपनी अंतिम आस मानता है ? आखिर क्यों हर व्यक्ति उनकी सराहना किए बगैर अपने को नहीं रोक पाता ? आखिर क्यों प्रदेश के लापरवाह और निकम्मे अधिकारी- कर्मचारी अनिल विज का नाम सुनते ही कांपने लगते हैं, उनकी सांस फूल जाती है ? आखिर क्यों प्रदेश के ईमानदार- कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी- कर्मचारी विज का गुणगान करते हुए नजर आते हैं ? आखिर क्यों प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री को सुर्खियों मे रखना मीडिया की मजबूरी बना रहता है ? इन सभी प्रश्नों का उत्तर बेहद आसान है। क्योंकि अनिल विज पीड़ितों- जरूरतमंदों के लिए बेहद दयालु और नियमों की अवहेलना करने वालों के लिए बेहद कठोर है। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज का वर्किंग स्टाइल दूसरों से कहीं भिन्न है। बेहद सादगी से जीवन जीने वाले विज पूरी तरह से जन समर्पित भावों से कार्य करते हैं। वह एक रोचक जीवन जीते हैं और एक्शन मूवी को देखना पसंद करते है। इसी कारण वह हमेशा एक्शन मोड में भी रहते हैं। नए प्रयोग करके हर मुश्किल का एक नया रास्ता ढूंढना अनिल विज की पहचान है।
इस कड़ी में सोमवार को मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से जुड़ी बहुत सी संस्थाओं को चंडीगढ़ सचिवालय में मौजूद अपने कार्यालय में बुलाया। दरअसल लंबे समय से यह संगठन अपनी कुछ समस्याओं को लेकर विज से मिलना चाहते थे। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इन सभी संगठनों को एक साथ सोमवार को बुलाया था। जिसमें डेंटल एसोसिएशन, हरियाणा हेल्थ स्टेनो वेलफेयर एसोसिएशन, नर्सिंग से जुडे संगठन, नेत्र चिकित्सा सहायक संगठन समेत बहुत से एसोसिएशनस के डेलिगेशन ने प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की तथा अपने-अपने ज्ञापन सौंपे। मुख्य रूप से नई पोस्टों निकालने बारे, पे स्केल में बढ़ोतरी करने बारे मुख्य मांगे थी। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इन डेलिगेशन से बहुत खुलकर बातचीत की तथा गंभीरता से उनकी समस्याओं को सुना। जल्द उनकी जायज मांगों को पूरा करने का भी आश्वासन विज द्वारा दिया गया। मिलकर कार्यालय से बाहर निकलने पर इन डेलिगेशनस के चेहरे पर काफी उम्मीद भरे भाव थे।
बातचीत के दौरान अनिल विज की तारीफ करते हुए कुछ चिकित्सकों ने कहा कि उनकी यह मांगे आज की नहीं बल्कि दशकों पुरानी है। कई सरकारें आई और गई, कई स्वास्थ्य मंत्री आए और गए, लगातार संगठन अपनी इन मांगों को लेकर सरकारों के प्रतिनिधियों से मिलते रहे हैं। अनेको मुख्यमंत्री से भी मिलते रहे, लेकिन अभी तक किसी ने कोई समाधान नहीं किया। लेकिन प्रदेश के मौजूदा गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री पूरी तरह से सकारात्मक हैं। आज उन्होंने बड़ी गौर से हमारी समस्याओं को सुना है और हमें उम्मीद है कि अब हमारा समाधान अवश्य होगा।