श्री हरिमंदिर साहिब व सरायों में सुरक्षा बड़ी चुनौती बनी..

श्री हरिमंदिर साहिब के ईद-गिर्द गलियारा में पांच दिन में हुए तीन धमाके के बाद श्री हरिमंदिर साहिब व सरायों में सुरक्षा बड़ी चुनौती बन गई है। श्री हरिमंदिर साहिब स्थित लंगर हाल के निकट गुरुरामदास सराय से विस्फोटकों से भरा बैग बरामद होने के बाद यात्रियों के सामान की जांच को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। सराय में देश-विदेश से प्रतिदिन लाखों संगत पहुंची हैं,लेकिन यहां संगत के सामानों की जांच के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए हैं।

एसजीपीसी इस समय सात यात्री निवास यानी सरायों का संचालन कर रही है। इसमें प्रतिदिन छह हजार से अधिक श्रद्धालु रात्रि विश्राम करते हैं। जिस श्री गुरु रामदास यात्री निवास में आरोपित अमरीक सिंह व अन्य ठहरे हुए थे, इसमें 125 कमरे एवं तीन बड़े हाल हैं। घटना के समय समस्त कमरों व हाल में 500 से ज्यादा संगत ठहरी हुई थी। एसजीपीसी के सीसीटीवी कंट्रोल रूम नंबर 50 के कर्मचारी धमाके की आवाज से तुरंत हरकत में आए तथा उन्होंने सीसीटीवी फुटेज और टास्क फोर्स कर्मियों की सहायता से सुबह करीब 4.15 बजे आरोपित को सराय से ही काबू कर लिया था।

श्री हरिमंदिर साहिब में सुरक्षा व्यवस्था के खस्ता हाल

उधर, श्री हरिमंदिर साहिब में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आमद के बावजूद एसजीपीसी या पुलिस की ओर से कोई भी लगेज स्कैनर नहीं लगाया गया है और न ही अभी तक फिजिकल चेकिंग की कोई व्यवस्था है। यात्री निवासों में प्रवेश व ठहराव के दौरान भी किसी भी यात्री की चेकिंग नहीं होती है। इसका ही फायदा धमाकों के आरोपितों ने उठाया और अपना सामान आसानी से वह सराय में ले गए। समय रहते इन्हें काबू कर लिया गया नहीं तो कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती थी।

एसजीपीसी का काम है गुरुद्वारों का प्रबंध देखना

एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि शिरोमणि कमेटी का मुख्य काम गुरुद्वारों का प्रबंध देखना है, संगत की सुरक्षा का प्रबंध पंजाब सरकार एवं पुलिस की जिम्मेवारी है। पुलिस को इन घटनाओं से सबक लेते हुए स्कैनर लगाने चाहिए। हालांकि अब इस घटना के बाद एसजीपीसी ने यात्री निवासों के सामने स्कैनर लगाने का निर्णय लिया है, लेकिन प्रवेश द्वारों के बाहर तो सुरक्षा की जिम्मेवारी पुलिस को ही निभानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सब कमेटी का गठन कर दिया गया है। जल्द गलियारा से गुरुद्वारा सारागढ़ी पार्किंग तक नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

धमाके के लिए पुलिस-प्रशासन जिम्मेदार

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने बुधवार रात श्री गुरु रामदास यात्री निवास के समीप गलियारा में हुए धमाके के लिए पुलिस-प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा है कि उक्त घटना पुलिस की नाकामी का नतीजा है। अगर पुलिस ने हेरिटेज वॉक में हुए दो धमाकों से सबक लिया होता और इसकी गहनता से जांच कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की होती तो संभवत: यह घटना घटित ही न होती।

सुरक्षा को लेकर धामी के साथ डीसीपी ने की बैठक

एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी व सचिव प्रताप सिंह ने मौजूदा घटनाक्रम के बाद डीसीपी परमिंदर सिंह भंडाल के साथ एसजीपीसी मुख्यालय में एक घंटा बैठक भी की। सुरक्षा प्रबंधों को लेकर हुई बैठक के दौरान भंडाल ने धामी की डीजीपी गौरव यादव से फोन पर बात भी करवाई। डीजीपी ने धामी का उक्त घटनाक्रम में दिए सहयोग के लिए आभार भी जताया। धामी व भंडाल ने श्री हरिमंदिर साहिब, यात्री निवासों, लंगर हाल के ईद-गिर्द की सुरक्षा मजबूत करने पर भी सहमति जताई। उधर, श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा है कि शरारती तत्व पंजाब का माहौल खराब करना चाहते हैं।

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