RPower और RInfra ने RCOM मामले में ED के एक्शन पर दी सफाई

 रिलायंस पावर (Reliance Power) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) ने 27 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अपनी पूछताछ पूरी करने के बाद बयान जारी किए हैं। दोनों कंपनियों ने अपने बयानों में कहा कि रिलायंस पावर लिमिटेड और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड से संबंधित सभी ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई पूरी हो गई है। दोनों कंपनियों और उनके अधिकारियों ने ईडी के अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग किया है और आगे भी करते रहेंगे।

चल रही जांच रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड (आरकॉम) और रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) से जुड़े एक दशक से भी पुराने लेन-देन से संबंधित है। बयान में कहा गया है कि अहम बात यह है कि रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों अलग-अलग और स्वतंत्र रूप से लिस्टेड कंपनियां हैं, जिनका आरकॉम या आरएचएफएल से कोई कारोबारी या फाइनेंशियल संबंध नहीं है।

दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही Rcom

बयानों में कहा गया है कि आरकॉम पिछले छह वर्षों से अधिक समय से दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता, 2016 के तहत कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रोसेस से गुज़र रही है। वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के अनुसार, आरएचएफएल के सारे मामले पूरी तरह से सुलझ चुके हैं।

बयानों के अनुसार कुछ आरोप जो इन पर लगाए गए हैं, वे प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (Securities Appellate Tribunal) के पास विचाराधीन हैं।

Rpower और Rinfra को बोर्ड में नहीं हैं अनिल अंबानी

इन कंपनियों ने कहा है कि अनिल अंबानी रिलायंस पावर या रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के बोर्ड में नहीं हैं। इसलिए, आरकॉम या आरएचएफएल से संबंधित किसी भी कार्रवाई का इन दोनों कंपनियों के शासन, प्रबंधन या दैनिक कार्यों से कोई लेना-देना नहीं है।

शेयरों पर क्या पड़ा असर

ईडी की कार्रवाई से पिछले हफ्ते रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा के शेयर बुरी तरह प्रभावित हुए। आरपावर में गुरुवार और शुक्रवार को 5-5 फीसदी लोअर सर्किट लगा और पूरे हफ्ते में इसकी गिरावट करीब 12 फीसदी रही।

वहीं आरइंफ्रा में भी दो दिन लोअर सर्किट लगा और ये पिछले हफ्ते 11.36 फीसदी फिसला।

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