Rohit और Virat ने अगर मान ली कोच की बात, तो हो जाएगा बेड़ा पार!
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मिली शर्मनाक हार के बाद रोहित-विराट आलोचनाओं के घेरे में हैं। सिडनी टेस्ट मैच में भारत की प्लेइंग-11 से रोहित शर्मा को बाहर रखा गया था, लेकिन टीम इंडिया उस मैच को 6 विकेट से गंवा बैठी।
इस तरह ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को 3-1 से अपने नाम किया और WTC Final में जगह बनाई। वहीं, भारत ने 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में हार का सामना किया। इस सीरीज के बाद रोहित-विराट को खराब फॉर्म के चलते आलोचकों ने अपने निशाने पर ले लिया हैं। इस बीच उन्हें पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री से फॉर्म वापसी को लेकर अहम सलाह मिली हैं।
Ravi Shastri ने रोहित-विराट को फॉर्म वापसी के लिए दी खास सलाह
दरअसल, भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की फॉर्म ऑस्ट्रेलिया में बेहद खराब रही। उन्होंने पांच पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए, जबकि विराट कोहली ने पहले टेस्ट की शुरुआत शतक से की थी, लेकिन इसके बाद निराश किया। कोहली भी इसके बाद ज्यादा रन नहीं बना सके। विराट बाकी के मुकाबलों में एक भी अर्धशतक नहीं बना सके और नौ पारियों में 23.95 के औसत से 190 रन बनाए।
इन दोनों की खराब फॉर्म को देख जहां सभी लोग और दिग्गज उन पर भड़ास निकाल रहे हैं, तो इस बीच पूर्व भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने उन्हें बड़ी अहम सलाह दी हैं। रवि शास्त्री ने दावा किया कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनकी हालिया नाकामियों के बाद घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए।
कोहली और रोहित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, जिसका नतीजा भारत की हार के रूप में सामने आया।बता दें कि विराट कोहली (Virat Kohli) 8 बार ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों पर आउट हुए, जबकि रोहित ने 5 पारियों में केवल 31 रन बनाए, जिनका औसत 6.2 था। रोहित की खराब फॉर्म के कारण भारत के कप्तान को सिडनी में आखिरी टेस्ट से पहले कप्तानी छोड़नी पड़ी। इसके बाद फैंस और दिग्गज उन्हें लगातार फॉर्म में सुधार के लिए घरेलू क्रिकेट में वापसी करनी की सलाह दे रहे हैं।शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू पर कहा कि घरेलू क्रिकेट में खेलने से दोनों खिलाड़ियों को नई पीढ़ी के साथ तालमेल बिठाने और अपनी अनुभवों को युवा खिलाड़ियों के साथ साझा करने का मौका मिलेगा। साथ ही भारत में बदलते ट्रैक पर खेलने का भी मौका मिलेगा।उन्होंने कहा,
“अगर उनके पास मौका है, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए। टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए यह जरूरी है कि आप घरेलू क्रिकेट खेलें, ताकि आप नई पीढ़ी के साथ जुड़े रहें और अपने अनुभव से उनकी मदद कर सकें। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप स्पिन गेंदबाजी का अधिक सामना करेंगे। भारत में जब स्पिन गेंदबाजी का सामना करना होता है, तो आपको सीखने का मौका मिलता है।”
इसके साथ ही शास्त्री ने यह भी कहा कि कोहली और रोहित का टेस्ट क्रिकेट में भविष्य उनकी भूख और इच्छा पर निर्भर करेगा। जब आप 30 के दशक में होते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप कितने भूखे हैं, और वे दोनों यह जानते हैं।