RK ज्वैलर्स लूटकांड से सराफा व्यापारियों ने जमकर किया विरोध, शांत कराने पहुंची प्रदेश सरकार की मंत्री
राजधानी स्थित कृष्णानगर में आरके ज्वैलर्स लूट व हत्याकांड के विरोध में रविवार को शहर के सराफा बाजार बंद रहे। लखनऊ व्यापार मंडल की ओर से आलमबाग बाजार में प्रदर्शन कर जाम लगाया गया। सूचना पर मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी मौके पर पहुंची। आंदोलन कर रहे सराफा कारोबारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
नहीं हुआ सराफा बाजारों में कारोबार
चौक, अमीनाबाद, कृष्णानगर, आलमबाग समेत सभी बड़े बाजारों में बंदी रही। चौक सराफा बाजार चौराहे पर व्यापारियों ने प्रदर्शन किया और जाम लगाया। सर्राफा बाजार की ओर से आदीश जैन, विनोद महेश्वरी के नेतृत्व में नारेबाजी हुई। कुछ देर बाद व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र नाथ रस्तोगी, महामंत्री प्रदीप अग्रवाल, डॉ. राजकुमार वर्मा, बाबी अग्रवाल, कैलाश नाथ जैन, आदीश जैन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला।
पांच-पांच लाख का मुआवजा
आदीश जैन के मुताबिक, सीएम ने व्यापारी और गार्ड के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देने के निर्देश दिए। साथ ही दोनों को मृतक आश्रित कोटे में संविदा पर नौकरी देने को आश्वस्त किया। वहीं, इंडिया बुलियन एसोसिएशन के अनुराग रस्तोगी, चौक अध्यक्ष उमेश पाटिल की अगुवाई में सात सदस्यीय एक दल प्रदेश के डीजीपी से मिला और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
बदमाशों के निशाने पर हैं व्यापारी
शहर में पूर्व में भी सर्राफ और बड़े कारोबारी बदमाशों के निशाने पर रहे हैं, यह जानते हुए पुलिस सतर्कता नहीं बरत रही। क्षेत्र में गश्त के नाम पर खानापूर्ति हो रही है और बदमाश निदरेष व्यापारियों की गाढ़ी कमाई लूटकर उनका सड़कों पर खून बहा रहे हैं। इस सनसनीखेज वारदात से राजधानी की कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गईं। बदमाश सड़क पर खुलेआम हाथों में असलहे लेकर ताबड़तोड़ फायरिंग करके भागते रहे और जो सामने पड़ा उसे गोली मार दी। जबकि कृष्णानगर और आलमबाग पुलिस सोती रही। दोनों थानों की पुलिस सक्रिय होती तो सर्राफा पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर वारदात करके चार बदमाश पैदल ही आसानी से न भाग पाते, कोई तो पकड़ा जाता ही। घटनास्थल से महज 500 मीटर दूर आलमबाग और 700 मीटर दूर कृष्णानगर कोतवाली हैं।
इन घटनाओं से नहीं लिया सबक
पुलिस से कार्रवाई की मांग
शहर के व्यापारियों में घटना को लेकर इतना जबरदस्त आक्रोश है। उन्होंने संबंधित थानेदार, सीओ और बड़े अफसरों तक से कार्रवाई की मांग कर डाली और कहा कि कार्रवाई न होने पर व्यापारी लामबंद होकर आंदोलन करने पर मजबूर हैं।