अभी-अभी-BJP के इस बड़े नेता का हुआ निधन, स्व. आडवानी को नम आंखों से दी गई विदाई
साल का पहला महीना चल रहा है और लोग अभी नए साल की खुमारी से सही से उबरे भी नहीं है की दुखद खबरे आना शुरू हो गयी है ,इस महीने कई फ़िल्मी हस्तियों और राजनेताओं की मौत हो चुकी है आज भी ऐसी ही एक खबर आ रही है जिसमे भाजपा के वरिष्ठ नेता की मौत हो गयी है उनकी मौत के बाद पार्टी में दुःख ली लहर है और वरिष्ठ बीजेपी नेता की मौत के बाद कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है लोग विशवास ही नहीं कर पा रहे है की उनकी मौत हो गयी है
शवयात्रा में सभी ने स्व आडवानी को अश्रुपूर्ण श्रृद्धांजलि देते हुए उनकी मृतात्मा को शांति प्रदान करने की कामना की। स्व. आडवानी की अंतिम यात्रा में केबीनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन सहित भाजपा व कांग्रेस के दिग्गज नेता व जनप्रतिनिधिगण शामिल हुए। इसके अलावा हजारों की संख्या में उनके समर्थक व चाहने उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, पितृ पुरुष और मप्र योजना आयोग समिति के सदस्य पूरन कुमार आडवानी को शनिवार को नम आंखों से विदाई दी गई। निर्धारित समय अनुसार सुबह से दोपहर एक बजे तक उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी कार्यालय में दर्शनाथ रखा गया था। इसके बाद उन्हें उनके सरस्वती नगर स्थित निवास स्थान पर ले जाकर वहां से अंतिम शव यात्रा निकाली गई।
जिसका दीदार करने हर कोई लालायित नजर आया। सभी ने स्व आडवानी को अश्रुपूर्ण श्रृद्धांजलि देते हुए उनकी मृतात्मा को शांति प्रदान करने की कामना की। स्व. आडवानी की अंतिम यात्रा में केबीनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन सहित भाजपा व कांग्रेस के दिग्गज नेता व जनप्रतिनिधिगण शामिल हुए। इसके अलावा हजारों की संख्या में उनके समर्थक व चाहने उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
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ज्ञात हो कि १९ जनवरी की दोपहर रायपुर के देवेन्द्र नगर स्थित श्रीनारायणा अस्पताल में आडवानी का निधन हो गया था। निधर की खबर सुनते ही राजनीतिक हल्को व उनके चाहने वालो में शोक की लहर व्याप्त हो गई थी। स्व. आडवानी का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें १२ जनवरी को रायपुर में भर्ती कराया गया था।
यहां उन्होंने चिकित्सालय में अंतिम सांसे ली। आडवानी ने अपना पूरा जीवन समाज सेवा और भाजपा को समर्पित कर दिया। वे भाजपा में जिलाध्यक्ष, भारतीय मजदूर संघ अध्यक्ष, परसवाड़ा विधानसभा के प्रत्याशी सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। मजदूर संगठन उन्होंने ही खड़ा किया था। इसके बाद बालाघाट के सभी मॉयलों में यह संगठन कार्य कर रहा है।