रांची: पहाड़, वॉटर फॉल, मंदिर और खूबसूरत नजारें मोह लेंगे आपका मन
रांची. सर्दियों का महीना शुरू हो चुका है. ऐसे में अगर आप कम बजट में पहाड़ी स्थल घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए झारखंड की राजधानी रांची एक ऑप्शन हो सकती है. वैसे तो झारखंड में घूमने के लिहाज से कई टूरिस्ट डेस्टिनेशन हैं लेकिन, रांची के आस-पास के इलाके आप बिना लंबी छुट्टियों के काफी कम समय और कम खर्चे में घूम सकते हैं. रांची में कई ऐसी जगह है जहां आप अपने बजट के अनुसार अपनी छुट्टियों का मजा दोगुना कर सकते हैं. चलिए आपको कुछ बेहतरीन जगह की जानकारी देते हैं.
मैक्लुस्कीगंज: रांची से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर बस मैक्लुस्कीगंज को मिनी वंदन कहा जाता है. दरअसल यहां के ठंड मौसम की वजह से ही अंग्रेज यहां आकर बसे थे. आज भी कुछ विदेशी परिवार आजादी के बाद भी यही रच बस गए. ठंड के दिनों में पर्यटन के लिहाज से एक बहुत ही बेहतरीन पर्यटक स्थल है. चारों ओर पहाड़ और जंगलों से गिरा मैक्लुस्कीगंज अपनी हरियाली और अपने मौसम के लिए विशेष तौर पर जाना जाता है. ठंड के दिनों में यहां तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस से कभी-कभी माइनस तक चला जाता है. ऐसे में यहां ठंड के दिनों में सैलानियों की भीड़ नजर आती है.
कितना होगा ट्रैवेल का खर्चा: मैक्लुस्कीगंज में ठहरने के लिए यहां कई कॉटेज और रिसॉर्ट हैं. यहां कॉटेज में एक कमरा 1500 से 2000 तक उपलब्ध रहता है. हालांकि रिसोर्ट में स्विमिंग पूल समेत दूसरी सुविधाएं उपलब्ध होने की वजह से वहां आपका बजट 2500 से 4000 तक होता है. कम बजट में मैक्लुस्कीगंज घूमने के लिए बेहतरीन पर्यटक स्थल है. आप यहां के कॉटेज और रिसॉर्ट को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से बुक कर सकते हैं. मैक्लुस्कीगंज पहले ट्रेन सेवा से जुड़ा था लेकिन पिछले कुछ सालों से यह सेवा बंद है. इसलिए आप रांची पहुंचकर सीधे यहां से कार या दूसरे वाहन बुक कर वहां पहुंच सकते हैं. इसके लिए वाहनों का किराया 1500 से ₹2000 लगता है.
पतरातू घाटी
पहाड़ पर बसी राजधानी रांची में घूमने के लिए कई पर्यटक स्थल हैं. इसी में एक है ‘पतरातु वैली’. रांची से करीब 25 किमी की दूरी पर स्थित पतरातू वैली में हालांकि सालों भर भीड़ लगी रहती है. लेकिन ठंड के दिनों में पहाड़ और बिहारी जंगलों का नजारा ऊंचाई से देखने का आनंद ही कुछ और होता है. ऐसे में कुछ वक्त गुजारने के लिए सैलानी पतरातु वैली जाना नहीं भूलते. ठहराव और बजटऊंचाई से देखने पर बिल्कुल सांप की तरह दिखने वाली इस घाटी में आपके आनंद और मौज मस्ती के लिए बहुत कुछ है.
ट्रैवेल का बजट: यहां ठहरने के लिए पतरातु रिजॉर्ट, होटल्स और पतरातु लेक में बोटिंग की भी सुविधा है. यहां रिसोर्ट में रहने पर आपको एक दिन के तीन से ₹3 से 4 हजार चुकाने पड़ते हैं. वही 750 रुपए चुकाकर आप वोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं. रांची से पतरातु वैली जाने के लिए कार और बस समेत दूसरे वाहन भी हैं. आप किराए पर कार लेकर वैली घूमकर वापस रांची लौट सकते हैं. इसके लिए आपको 500 से ₹700 चुकाने पड़ेंगे.
जलप्रपात: राजधानी रांची के आसपास जलप्रपात की भरमार है. जोन्हा फॉल्स, हुंडरू, हिरनी, पंचघाघ जैसे कई जलप्रपात राजधानी से थोड़ी ही दूर पर स्थित है. पहाड़ से गिरने वाले झरनों का आनंद आप ठंड के महीने में भी उठा सकते हैं. ठहराव, आवागमन और बजटराजधानी रांची से सबसे बड़े हुंडरू फॉल्स की दूरी की दूरी करीब 54 किलोमीटर है जबकि जोन्हा फॉल्स की दूरी करीब 45 किमी है.
ट्रैवल का खर्चा: दोनों फॉल्स जाने के लिए रांची से आप कार की बुकिंग कर सकते हैं, जिसके लिए आपको 1500 से ₹2000 तक लगेंगे. यहां आप सुबह जाकर शाम में लौट भी सकते हैं. अगर रुकने का दिल करे तो यहां होटल और रिसॉर्ट की भी व्यवस्था है, जहां आप ऑनलाइन बुकिंग कर रुक सकते हैं.
बिरसा मुंडा म्यूजियम: रांची शहर के बीचो बीच ओल्ड जेल चौक के पास बिरसा मुंडा म्यूजियम है, जहां झारखंड के भगवान माने जाने वाले बिरसा मुंडा का आखिरी समय गुजरा था. इसी पुराने जेल में बिरसा मुंडा की बीमारी से मौत हुई थी. आप किस जेल को म्यूजियम में बदल दिया गया है. यहां महज करीब ₹50 का टिकट कटाकर आप संग्रहालय में पुरानी और रोचक जानकारी हासिल कर सकते हैं.
मंदिर: वहीं रांची में आप अलग-अलग मंदिरों के भी दर्शन कर सकते हैं. रांची के मंदिरों में भगवान के दर्शन के साथ-साथ मंदिर के खूबसूरत नजारे आपका मन मोह लेंगे. रांची में धुर्वा स्थित जगन्नाथपुर मंदिर काफी लोकप्रिय हैं. यहां से रांची की खूबसूरत नजारे दिखते हैं. वही, रांची- टाटा मार्ग पर स्थित देवड़ी मंदिर अपनी आदिवासी और हिंदू परंपरा के संगम के लिए प्रसिद्ध है. यहां की मूर्ति भी अपने आप में आकर्षण का केंद्र है.
बात रांची की हो और पहाड़ी मंदिर का जिक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता. पहाड़ी मंदिर पूरी रांची का केंद्र है. यहां से आप पूरे रांची का नजारा एक झलक में देख सकते हैं.