प्राण प्रतिष्ठा से पहले ‘राममय’ हो जाएगी संगम नगरी

उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा से पहले संगम नगरी प्रयागराज में 14 से 22 जनवरी तक रामोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसके तहत अध्यात्मिक स्थलों और मंदिरों में भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
मंदिरों में होगा भजन-कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम
जानकारी के मुताबिक, जिले के मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने बताया कि रामोत्सव कार्यक्रम के तहत 14 से 22 जनवरी तक आध्यात्मिक स्थलों और मंदिरों में भजन-कीर्तन आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इसमें कहा गया है कि इसके साथ ही मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलन और दीप दान के साथ-साथ रामकथा, अखंड रामायण/रामचरितमानस का पाठ/सुंदरकांड आदि कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा।
राम मंदिर रथ एवं कलश यात्राओं का भी होगा आयोजन
साथ ही नगर निकायों में नगर संकीर्तनों के आयोजन के साथ ही स्थानीय भजन एवं कीर्तन मंडलियों को शामिल करते हुए राम मंदिर रथ एवं कलश यात्राओं का आयोजन भी किया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद में आठ तहसीलों में मंदिरों का चिन्हीकरण कर लिया गया है, जिसके अंतर्गत सदर तहसील में छह, सोरांव में तीन, मेजा में दो, बारा में तीन, फूलपुर में दो, करछना में पांच, कोरांव में दो और हंडिया में दो मंदिरों को चिन्हित किया गया है। राम मंदिर, वाल्मीकि मंदिर और हनुमान मंदिरों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर (Ram Temple) में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 17 जनवरी को प्रस्तावित देव विग्रह के नगर भ्रमण कार्यक्रम को मंदिर ट्रस्ट (Mandir Trust) ने रद्द कर दिया है। ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने बताया कि प्रतिमा को पूरे अयोध्या (Ayodhya) नगर में घुमाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इसके बजाय, ट्रस्ट उसी दिन (17 जनवरी) राम जन्मभूमि मंदिर परिसर (Ram Janmabhoomi Temple Complex) के अंदर प्रतिमा के भ्रमण की व्यवस्था करेगा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर ट्रस्ट ने सुरक्षा कारणों से इस प्रस्तावित कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।