राजस्थान: निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल से थमे बसों के चक्के, लोगों को निरस्त करनी पड़ी यात्रा

जिले में आज निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल का खासा असर देखने को मिला। एक तरफ जहां यात्रियों को गंतव्य पर जाने के लिए बसों का इंतजार करना पड़ा तो सरकार को भी राजस्व का खासा नुकसान उठाना पड़ा। जिन मार्गों पर रोडवेज या ऑटो नहीं चलते हैं उन मार्गों पर तो निजी बस बंद होने से लोगों को यात्रा ही निरस्त करनी पड़ी। जिले के विभिन्न मार्गों पर करीब 450 बस संचालित होती हैं, जिससे करीब 25 हजार यात्री प्रभावित हुए हैं। 

बताया जा रहा है कि बस ऑपरेटर्स राजस्थान के 24 सूत्रीय मांग पत्र पर प्रदेश सरकार कोई उचित निर्णय नहीं ले पाई है, जिसके विरोध स्वरूप यह हड़ताल की गई। इससे पूर्व एसोसिएशन ने 19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन भी प्रदेश की समस्त निजी बसें बंद रखकर अपना विरोध प्रकट करना था लेकिन  लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों से वार्ता कर विचार करने के लिए 2 से 3 दिन का समय मांगा था। यह समयावधि गुजरने के बाद अब तक सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया। इसी के चलते आज बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के आह्वान पर चित्तौडगढ़ प्राइवेट बस एसोसिएशन ने जिले की समस्त निजी बसें बंद रखकर हड़ताल की।

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