राजस्थान: काम की बाट जोह रहे हैं राज्यमंत्री, शपथ लेने के छह महीने बाद भी नहीं मिले अधिकार

राजस्थान में भाजपा सरकार के गठन के छह महीने बाद भी राज्य मंत्रियों को कार्यभार नहीं सौंपा गया है, जिससे असंतोष बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कैबिनेट में शपथ लेने के बाद भी राज्यमंत्रियों को जिम्मेदारियां नहीं मिलने से बेचैनी बढ़ रही है।

राज्यमंत्रियों में पंचायती राज और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, गृह राज्यमंत्री जवाहरसिंह बेढम, राजस्व राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी, पीडब्ल्यूडी और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री मंजू बाघमार और उद्योग वाणिज्य, खेल राज्यमंत्री के.के. बिश्नोई शामिल हैं। इनमें से कुछ मंत्रियों के कार्यालयों में न तो फाइलें हैं और न ही काम करने वालों की भीड़। देवासी ने कैबिनेट मंत्रियों मदन दिलावर और डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से कार्यभार की मांग की है लेकिन अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं मिला।

हालांकि गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का समर्थन मिल रहा है। बेढम भरतपुर से विधायक हैं और गुर्जर समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए उन्हें कुछ हद तक सत्ता का संकेत मिल रहा है।

राज्यमंत्रियों का कहना है कि वे नाराज नहीं हैं, लेकिन काम न मिलने से परेशान हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से कई बार काम की मांग की है परंतु केवल आश्वासन ही मिला है। विधानसभा सत्र से पहले या बाद में उन्हें कार्य का बंटवारा होने की उम्मीद है।

राज्यमंत्रियों की स्थिति इस प्रकार है:

ओटाराम देवासी: पंचायती राज, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन – कैबिनेट मंत्री: मदन दिलावर और डॉ. किरोड़ीलाल मीणा

जवाहर सिंह बेढम: गृह राज्यमंत्री – कैबिनेट मंत्री: मुख्यमंत्री भजनलाल

विजय सिंह चौधरी: राजस्व – कैबिनेट मंत्री: हेमन्त मीणा

मंजू बाघमार: पीडब्ल्यूडी, महिला एवं बाल विकास – कैबिनेट मंत्री: उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी

के के बिश्नोई: उद्योग वाणिज्य, खेल – कैबिनेट मंत्री: राज्यवर्धन सिंह राठौड़

सरकार तो जल्द से जल्द राज्यमंत्रियों को जिम्मेदारियां देने के लिए विचार कर रही है परंतु कैबिनेट मंत्रियों को अपने मंत्रालयों में दखल गवारा नहीं, इस परिस्थिति में राज्यमंत्री सिर्फ नाम और प्रोटोकाल के ही मंत्री रहेंगे या कुछ काम भी इनके हाथ लगेंगे, इसका खुलासा तो समय आने पर ही हो पाएगा।

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