आफत की बारिश: मुरादाबाद में दो किसानों की मौत, गंगा का जलस्तर बढ़ा

मुरादाबाद में गर्मी से राहत देने वाली बारिश अब आफत बनने लगी है। कुंदरकी क्षेत्र में बारिश के दौरान ट्यूबवेल की कोठरी की छत गिरने और बिजली गिरने से दो किसानों की मौत हो गई। लगातार बारिश से संभल और अमरोहा में गंगा के जलस्तर में वृद्धि रिकॉर्ड की गई है।

वहीं मुरादाबाद में 11 घंटे में हुई 96.6 मिलीमीटर बारिश से बीस कॉलोनियों में पानी भर गया। जबकि रेलवे स्टेशन के यार्ड में पानी घुसने से 25 मिनट तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। बारिश के दौरान बुधवार को कुंदरकी क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में दो किसानों की मौत हो गई।

पहला हादसा कुंदरकी क्षेत्र के गांव कुतुबपुर अज्जू में हुआ है। यहां के किसान बाबूराम (58) बुधवार सुबह ट्यूबवेल की कोठरी में सो रहे थे। तभी बारिश के बीच कोठरी की छत भरभराकर गिर गई। इस हादसे में बाबूराम की मौके पर ही मौत हो गई।

दूसरा हादसा गांव रसूलपुर हमीरपुर में हुआ। किसान मुनाजिर हुसैन (56) सुबह के वक्त खेत से घर लौट रहे थे। तभी बिजली गिर गई। इसकी जद मेंं आने से उनकी मौत हो गई। दूसरी ओर बारिश से संभल जिले में गंगा के जलस्तर में एक मीटर की वृद्धि हुई है।

बुधवार को नरौरा बैराज पर गंगा का जलस्तर 175 मीटर रिकॉर्ड किया गया। जिले में 12 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं अमरोहा में गंगा का जलस्तर तीस सेंटीमीटर बढ़ गया है। तिगरी में गंगा का जलस्तर 198.80 मीटर पहुंच गया है।

रामपुर में 24.4 मिलीमीटर बारिश हुई। यहां कोसी का जलस्तर 193.27 मीटर रिकॉर्ड किया गया। नदी खतरे के निशान से करीब दो मीटर नीचे है। मुरादाबाद 11 घंटे में 96.6 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके कारण शहर की बीस पॉश कॉलोनियों में पानी भर गया।

लोग घरों में कैद रहे। यहीं नहीं मुरादाबाद रेलवे स्टेशन का यार्ड भी डूब गया। इसकी वजह से दो टे्रनों का संचालन प्रभावित रहा। इसके अलावा बरसात के दौरान पेड़ गिरने और इंसुलेटर फटने से शहर के दस मोहल्लों की करीब छह घंटे बिजली गुल रही।
बढ़ सकता है नदियों का जलस्तर
बारिश के बाद अमरोहा में गंगा और मुरादाबाद में रामगंगा में बैराज से पानी छोड़ा गया है। बृहस्पतिवार को नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की उम्मीद है। अमरोहा में गंगा में हरिद्वार से 22702 और बिजनौर बैराज से 16903 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

मुरादाबाद के अधिशासी अभियंता बाढ़ राजेश गंगवार के मुताबिक रामगंगा का जलस्तर 188.31 मीटर रिकॉर्ड किया गया है। बुधवार को खो बैराज से पानी छोड़ा गया है। रामगंगा में इसका असर बृहस्पतिवार को देखने को मिलेगा। वहीं संभल जिले में भी गंगा के जलस्तर मेंं वृद्धि की उम्मीद है।

धान और गन्ने की फसल के लिए फायदेमंद बारिश
ठाकुरद्वारा कृषि वैज्ञानिक केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार के मुताबिक बारिश धान और गन्ने की फसल के लिए फायदेमंद है। जिन किसानों के खेत धान की रोपाई के लिए तैयार हो चुके हैं उन्हें तुरंत रोपाई कर देनी चाहिए।

जिन किसानों की गन्ने की फसल बड़ी हो गई है, वह अपनी गन्ने की फसल को आपस में बांध दें। क्योंकि बारिश से गन्ने की जड़े कमजोर हो जाती हैं और तेज हवा चलने पर उसके गिरने की आशंका रहती है। सब्जियों के लिए भी यह बारिश नुकसानदेय नहीं है। इसके लिए किसानों को अपने खेतों में पानी रुकने नहीं देना होगा।

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