पंजाब में अब जोर पकड़ेगी ठंड, अलर्ट पर 15 जिले
ठंड भले ही पूरी तरह से अपना रंग नहीं दिखा रही लेकिन धुंध ने अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया है, जिसके चलते हाइवे पर वाहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह तड़कसार पड़ने वाली धुंध के कारण वाहनों की गति तो धीमी पड़ ही रही है, साथ ही साथ विजीबिलटी को लेकर भी दिक्कतें पेश आ रही हैं। वहीं, मौसम विभाग ने 29 नवम्बर तक (2 दिनों के लिए) यैलो अलर्ट जारी किया है जिसके मुताबिक अगले 2-3 दिन धुंध का खासा असर देखने को मिलेगा। खासतौर पर खुले मैदानी इलाकों व हाईवे पर इसका प्रभाव अधिक रहेगा जबकि शहरी एरिया में भी धुंध अपना असर दिखाती नजर आ सकती है। ठंड के इस मौसम में बारिश ने अभी तक दस्तक नहीं दी है, लेकिन अगले सप्ताह बाद बादल छाने की संभावना है। इसके चलते सूर्य के दर्शन दुलर्भ हो जाएगें और ठंड बढ़ेगी।
15 जिलों के लिए धुंध का Yellow Alert
विभाग के अनुसार आज पंजाब के 15 जिलों के लिए धुंध का येलो अलर्ट है, जिसमें जालंधर, अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, मोगा, लुधियाना, संगरूर, पटियाला, बठिंडा, बरनाला, मनसा और मालेरकोटला शामिल है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड धीरे-धीरे से बढ़ रही है, जिसके चलते आने वाले कुछ दिनों में तापमान 7 डिग्री से नीचे जाने के आसार बने हुए हैं। पहाड़ों में होने वाली हलकी बर्फबारी के कारण पंजाब में ठंड का जोर देखने को मिल सकता है। क्योंकि सप्ताह के दौरान पारा 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को महानगर का अधिकतम तापमान 26 जबकि न्यूनतम तापमान 9-10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सुबह जल्दी कामकाज पर जाने वाले लोगों को धुंध के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, हाईवे पर धुंध के कारण विजिबिल्टी कम हो जाएगी, जिसके चलते लंबी दूरी पर जाने वाले लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में अधिक समय लग रहा है। इससे जनजीवन प्रभावित होने के आसार हैं जबकि परिवहन सेवाओं पर इसका सीधा असर देखने को मिल सकता है। अलर्ट के 2 दिनों के बाद भी धुंध अपना रंग दिखाते हुए देखने को मिलेगी, विशेषज्ञों का कहना है कि मुख्य तौर पर 3-4 दिनों के बाद पंजाब भर में धुंध व ठंड दोनों का असर देखने को मिल सकता है।
बच्चों के प्रति अभी से एहतियात अपनाने की जरूरत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों के प्रति अभी से एहतियात अपनाने की जरूरत है। सुबह व शाम को बच्चों का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। इस मौसम में ठंड लगने से बुखार या अन्य बीमारियां व्यक्ति को अपनी चपटे में ले सकती है, इसलिए बचाव करना बेहद जरूरी है। बच्चों की छाती को गर्म रखने के लिए कपड़ों के नीचे वार्मर पहनना चाहिए। तापमान में अंतर होने के कारण लोग दोपहर के समय गर्म कपड़े उतार देते है और शाम को भी इसी तरह से कहीं निकल जाते हैं। इस तरह की लापरवाही बीमारियों को निमंत्रण देते हैं।