पंजाब: चुन्नीकलां में बनेगा तीसरा अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन सेंटर

नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन सेंटर ने पंजाब के चुन्नीकलां में अपना तीसरा केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है। अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन एवं रिहैबिलिटेशन सेंटर कलगीधर ट्रस्ट के देखरेख में चलाए जा रहे हैं। ट्रस्ट ने चुन्नीकलां में नए सेंटर के लिए 2.5 एकड़ जमीन दान की है।

वर्तमान में अकाल ड्रग्स डी एडिक्शन सेंटर दो सेंटरों का संचालन कर रहा है। एक हिमाचल प्रदेश के बड़ू साहिब में और दूसरा पंजाब के चीमा साहिब में चल रहा है। 50 बिस्तरों वाले नए सेंटर में परिसर में एक रिसर्च सेंटर भी होगा।

अकाल ड्रग डी-एडिक्शन सेंटर के निदेशक कर्नल (सेवानिवृत्त) डॉ. राजिंदर सिंह ने बताया कि इस नए सेंटर में एक अत्याधुनिक नशा मुक्ति केंद्र और पुनर्वास सुविधा होगी। कर्नल सिंह ने बताया कि पंजाब गंभीर नशीली दवाओं की लत के संकट से जूझ रहा है, जिससे हजारों परिवार प्रभावित हो रहे हैं। नया सेंटर न केवल लत के लक्षणों को बल्कि भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक दर्द को भी समझेगा, जो उनके सुधार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य पंजाब में 1000 टूटे हुए घरों की मदद करना है। तीन महीने में उन्हें वापस खड़ा करना, आशा बहाल करना और नशीली दवाओं की लत से प्रभावित परिवारों को ठीक करना है।

चंडीगढ़ में वर्ल्ड साइकियाट्रिक एसोसिएशन (डब्ल्यूपीए) सहयोग केंद्र के निदेशक देबाशीष बसु ने कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग या लत एक ऐसी स्थिति है जो व्यक्तियों, उनके परिवारों, समुदायों, समाजों और राष्ट्रों के लिए विनाशकारी है। पंजाब में नशीली दवाओं के बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए कलगीधर ट्रस्ट मोहाली जिले के चुन्नीकलां में एक और नशा मुक्ति-सह-अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है, जो रोगियों को समग्र उपचार और देखभाल प्रदान करने वाला अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।

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