पंजाब: कोरोना की आड़ में स्वाइन फ्लू पसारने लगा पैर

ऐसे समय में जब सभी लोगों का ध्यान कोरोना के नए वेरिएंट की तरफ केंद्रित है, वहीं दूसरी और स्वाइन फ्लू भी धीरे-धीरे अपना सिर उठा रहा है। इसके बढ़ते मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के लिए चिंता पैदा कर दी है। इस सीजन में जिले में 13 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। 8 मरीज अभी भी अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार जनवरी से अब तक स्वाइन फ्लू के 27 मामले सामने आ चुके हैं, अगर बाहरी जिलों के मरीजों की बात की जाए तो पिछले दो सप्ताह में स्थानीय अस्पतालों में तीन दर्जन के करीब पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। इनमें अधिकतर दूसरे जिलों के रहने वाले हैं। अधिकारियों के अनुसार जिले के आठ मरीजों में जो अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं, दो बच्चे भी शामिल है। विशेषज्ञों के अनुसार सर्दी के बढे़ हुए प्रकोप को देखते हुए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।

कोरोना और स्वाइन फ्लू से बचने के लिए पहने मास्क
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना और स्वाइन फ्लू से बचने के लिए लोगों को मास्क अवश्य पहनना चाहिए और इन दिनो भीड़ भाड़ वाले स्थान पर जाने से गुरेज करना चाहिये। जिला एपीडीमोलॉजिस्ट डा. रमनप्रीत कौर ने बताया कि भले ही स्वाइन फ्लू के लक्षण साधारण फ्लू की तरह होते हैं परंतु जब 101 डिग्री से ऊपर बुखार हो खांसी, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ हो, छींक आना या नाक बहना गले में दर्द तथा शरीर में दर्द का एहसास हो तो विशेषज्ञ से अपने जांच अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू लार तथा बलगम के कणों से फैलता है, इसलिए खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को रुमाल से ढक कर रखें।

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