पंजाब: मौसम के बदलाव से बढ़ रहे इस बीमारी के मरीज
मौसम में बदलाव का बड़ा असर डेंगू के मामलों पर देखने को मिल रहा है। सितम्बर तक शहर में डेंगू के 25 मामले थे, जो अब बढ़कर 153 तक हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मानसून के बाद सितम्बर, अक्तूबर और नवम्बर में डेंगू की संभावनाएं ज्यादा रहती हैं। वहीं, अक्तूबर पीक सीजन होता है। डेंगू को लेकर लोगों के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं, ताकि लोग सरक्षित रह सकें। डॉक्टर्स की मानें तो दिन में मौसम अभी भी गर्म है, जबकि रातें ठंडी होनी शुरू हो गई हैं। दिन का तापमान कम होने के साथ ही डेंगू के मामले भी कम होने शुरू हो जाएंगे। डेंगू के बढ़ते केस देख स्वास्थ्य विभाग ने फील्ड एक्टिविटी बढ़ा दी है। सितंबर, 2023 मेंही 88 मामले थे। अब बढ़तेमामलों को देख स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। बदलते मौसम के साथ ही डेंगू के साथ-साथ ओ.पी.डी. में बुखार, खांसी और जुकाम के कई मामले सामने आ रहे हैं। हर दिन 20 से 30 मरीजों की सैम्पलिंग हो रही है, जिसमें डेंगू और मलेरिया की जांच भी शामिल है।
ऐसे कर सकते हैं डेंगू से बचाव
घर के अंदर या बाहर और कूलर या अन्य बर्तन आदि में पानी एकत्रित न होने दें। ऑडोमोस आदि मैडीसिन का इस्तेमाल करें।
यहां करवा सकते हैं जांच
जी.एम.एस.एच.-16, जी. एम. सी. एच. -32 और पी.जी.आई. में निःशुल्क टैस्ट सुविधाएं (डेंगू एन. एस.1/ आई.जी.एम. एलिसा) उपलब्ध है। ए.ए.एम. (आयुष्मान आरोग्य मंदिर), सिविल अस्पताल और जी. एम. एस.एच-16 में सभी मलेरिया यूनिट में मलेरिया परजीवियों के लिए निःशुल्क परीक्षण उपलब्ध है। सो, फॉगिंग और अन्य संबंधित शिकायत के लिए समर्पित डेंगू हैल्पलाइन नंबर (7626002036) है।
लक्षणों को न करें अनदेखा
किसी व्यक्ति को एक हफ्ते से अधिक बुखार और हड्डियों व जोड़ों में दर्द है, तो तुरंत जांच करवाएं। नाक और दांतों से खून आ रहा है तो डेंगूहो सकता है। उल्टी में खून, तेज सांस लेना और ब्लड प्लेटलैट्स कम होना डेंगू का कारण हो सकता है।