पंजाब निकाय चुनावः तीनों निगमों पर कांग्रेस ने किया कब्जा
इस हुल्लड़बाजी में वोट डालने आया एक बुजुर्ग बेहोश हो गया। अस्पताल ले जाने पर उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि, जालंधर और अमृतसर में चुनाव शांतिपूर्ण रहा। उम्मीद के मुताबिक मुुकाबला कांग्रेस और शिअद-भाजपा के बीच रहा। आम आदमी पार्टी खाता भी नहीं खोल पाई।
पटियाला के कई वार्डों में सुबह से ही हंगामा शुरू हो गया था। वार्ड साठ में गोली चली, पर कोई जख्मी नहीं हुआ। वार्ड 14 में अकालियों-कांग्रेसियों में जम कर पत्थर चले, जिसमें छह लोग घायल हो गए। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
झड़प में पूर्व अकाली मेयर अमरिंदर बजाज की पगड़ी उतर गई। घग्गा नगर पंचायत के वार्ड बारह में कांग्रेसियों और अकालियों की झड़प के बीच वोट डालने आए बुजुर्ग की मौत हो गई। वहीं पटियाला के वार्ड नंबर 37 के एक बूथ पर ईवीएम मशीन खराब होने के कारण पुनर्मतदान के आदेश दिए गए हैं।
जालंधर में भी कांग्रेस की आंधी चली। यहां 80 वार्डों में से 66 पर कांग्रेस का कब्जा हो गया। भाजपा को आठ, शिअद को चार वार्डों में ही जीत मिली। दो सीटों पर आजाद उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। भाजपा के कई दिग्गजों का पत्ता साफ हो गया, दो-दो बार से जीतते आए पार्षद भी हार गए। माई हीरां गेट इलाके में एक बूथ पर तनाव के अलावा मतदान शांतिपूर्ण रहा।
अमृतसर में देर शाम तक 85 में से 80 वार्डों के नतीजे घोषित किए गए थे। जिनमें से कांग्रेस 52, शिअद-भाजपा छह-छह वार्डों में जीते। छह निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की जिनमें दोनों पार्टियों के बागी भी शामिल हैं। यहां निकायमंत्री नवजोत सिद्धू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। अमृतसर में कांग्रेस के करनजीत सिंह रिंटू ने सबसे ज्यादा 4540 वोट से जीत दर्ज की।