
लिमिटेड ओवर्स के क्रिकेट में इंग्लैंड टीम की सफलता से विरोधी टीमें भी अलग-अलग फॉर्मेट में अलग टीमें और कोच रखने के बारे में सोचने पर मजबूर हुई हैं, लेकिन न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का मानना है कि प्रतिभाओं का पूल बड़ा होने पर ही ऐसा कर पाना संभव है. केन विलियमसन कहीं ना कहीं इस फॉर्मूले के समर्थन में नहीं हैं. उनका मानना है कि ये बड़े देशों की टीमों के लिए आसान है, छोटी टीमों के लिए नहीं.

इस वजह से लगातार सफल हो रही है इंग्लैंड टीम
इंग्लैंड के पास टेस्ट टीम के लिए ब्रेंडन मैकुलम कोच हैं जबकि सीमित ओवरों की टीम के कोच मैथ्यू मोट हैं. कई दिग्गजों का मानना है कि बाकी टीमों को भी कुछ ऐसा ही करना चाहिए. विलियमसन ने भारत के खिलाफ शुरू हो रही टी20 सीरीज से पहले वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इतना अधिक क्रिकेट खेला जा रहा है जो खिलाड़ियों ही नहीं बल्कि सहयोगी स्टाफ के लिए भी चुनौतीपूर्ण है. हर दो या तीन दिन में मैच खेल रहे हैं जिसकी अपनी चुनौतियां है. दुनिया भर में अलग अलग फॉर्मेट में संतुलन बनाने की जरूरत है. कुछ देशों के पास खिलाड़ियों का बड़ा पूल है जो ऐसा कर सकते हैं. आप हमेशा संतुलन बनाने की कोशिश में रहते हैं ताकि खिलाड़ी तरोताजा रहें.’
टी20 वर्ल्ड कप में मिली हार के बाद दिया था ये बयान
पिछले सप्ताह टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हारी कीवी टीम के कप्तान विलियमसन से पूछा गया था कि क्या इंग्लैंड ने टी20 क्रिकेट खेलने के नये मानदंड कायम किए हैं. उन्होंने कहा, ‘कई मजबूत टी20 टीमें हैं और हमने टूर्नामेंट में देखा कि कई उलटफेर हुए. इंग्लैंड ने काफी आक्रामक क्रिकेट खेला जो उनकी टीम के संतुलन के अनुरूप था. हर टीम अपनी ताकत पर काम करके उसके अनुरूप खेलना पसंद करती है.’
दोनों टीमों के बीच खेले जाएंगे 6 मैच
भारत के खिलाफ सीरीज में तीन टी20 और तीन वनडे मैच खेले जायेंगे जो अगले साल भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए अहम होंगे. भारत के सीनियर खिलाड़ी इस सीरीज से बाहर हैं लेकिन विलियमसन का मानना है कि भारतीय टीम में इतनी गहराई है कि वह मेजबान के लिए काफी कड़ी चुनौती पेश करेगी. वहीं, मार्टिन गुप्टिल और ट्रेंट बोल्ट को न्यूजीलैंड टीम में जगह नहीं मिल सकी है लेकिन विलियमसन ने कहा कि दोनों न्यूजीलैंड की रणनीति का हिस्सा हैं और भविष्य की ओर देखते हुए दूसरे खिलाड़ियों को भी मौका दिए जाने की जरूरत है.