राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने युवाओं को सिखायीं 5 महत्वपूर्ण बातें

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक मेडिकल कॉलेज और चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय में युवाओं को कई महत्वपूर्ण संदेश दिए। मेडिकल कॉलेज में उन्होंने फेडरेशन ऑफ ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी ऑफ इंडिया (फॉगसी) की अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। मेडिकल कॉलेज में फॉगसी की अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हए राष्ट्रपति ने कहा कि बेटियों पर बेटों की अपेक्षा बंदिशें ज्यादा होती हैं इसके बावजूद वह समाज में नित नए अायाम रच रहीं हैं। उन्होंने चिकित्सा विशेषज्ञों से अाह्वान किया कि महिलाएं स्वस्थ्य रहेंगी तभी परिवार, समाज अौर राष्ट्र का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इसलिए महिलाअों अौर वंचित वर्ग को स्वास्थ्य शिक्षा अौर सहूलियतें पहुंचाना अापके कंघों पर है।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने युवाओं को सिखायीं 5 महत्वपूर्ण बातेंसीएसए पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संस्कार युक्त शिक्षा पर बोलते हुए कहा कि इंसान हर समय द्वंद से सामना करता है। इससे तभी छुटकारा मिल सकता है जब इंसान बगैर फल की इच्छा किए अपना कर्म करे।

राष्ट्रपति ने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में संस्कार युक्त शिक्षा की अनिवार्यता अधिक है। बोले, प्रत्येक इंसान में प्रतिभा होती है। फिर चाहे वह गरीब हो या अमीर। विकलांग हो या स्वस्थ्य।

युवाओं को ज़रूरत इस बात की है कि वे अपनी प्रतिभा को निखारें। राष्ट्रपति ने कहा कि प्रतिभा के साथ-साथ संस्कार बहुत ज़रूरी हैं।

भारत ने पूरी दुनिया में प्रेम सौहार्द का संदेश दिया। महापुरुषों के जीवन का अध्ययन करने से बच्चों को प्रेरणा मिलती है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में दुर्भाग्य से अभी भी कई लोग बेटियों का महत्व नहीं समझ रहे हैं। ये तब है जब केंद्र सरकार ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ जैसे कई कार्यक्रम चला रही है। महिलाओं को भी अब पहले से ज्यादा सशक्त होने की जरूरत है। शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर चेतना और जागरूकता घर-घर तक पहुंचाने की जरूररत है।

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