देश में स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन के दो और संस्करण लॉन्च करने की तैयारी…

वंदे भारत एक्सप्रेस धीरे-धीरे भारतीय रेलवे की पहचान बनती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त तक देश के 75 रूटों पर इसे चलाने का लक्ष्य दिया है। अभी तक 17 ऐसी ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है। इसके अलावा अगले साल तक देश के इस स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन के दो और संस्करण लॉन्च करने की तैयारी चल रही है। दोनों तरह की ट्रेनें फरवरी 2024 तक पटरी पर दौर सकती है।

वर्तमान में देश में वंदे भारत एक्सप्रेस का केवल एक संस्करण पटरी पर दौर रहा है। इस ट्रेन को अधिकतम 8 घंटे की दूरी तय करने के लिए चलाया जा रहा है। इसमें सिर्फ दो तरह के कोच होते हैं। चेयर कर और एग्जिक्यूटिव क्लास। रेलवे ने इस वित्त वर्ष में दो नए संस्करण लॉन्च करने की योजना बनाई है। पहल है वंदे मेट्रो और दूसरा वंदे स्लीपर्स।

वंदे भारत एक्सप्रेस ने भारतीय रेलवे के यात्रियों के अनुभव को बेहतर है। इन ट्रेनों को राजधानी, शताब्दी और लोकल ट्रेनों की जगह लेने के लिए तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में ये तीनों संस्करण चेन्नई स्थित इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (ICF) में बनाए जा रहे हैं।

वंदे भारत के विभिन्न संस्करणों को तीन अलग-अलग मार्गों पर चलाया जाएगा। वंदे भारत चेयर कार को 100 से लेकर 550 किलो मीटर की दूरी के बीच चलाया जा रहा है।  वहीं, वंदे मेट्रो को 100 किलोमीटर से कम की दूरी वाले रूट पर चलाया जाएगा। वहीं, वंदे स्लीपर ट्रेन को 550 किलोमीटर से अधिक दूरू की यात्रा के लिए चलाया जाएगा।

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