तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में प्रधानाचार्यों को किया गया जागरूक
कोटपा अधिनियम, 2003 की धाराओं के बारे में भी दी गई जानकारी
लखनऊ : राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के लिए संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया| इस मौके पर तंबाकू और तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में सभी को अवगत कराया गया| इसके साथ ही सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा), 2003 के बारे में भी जानकारी दी गयी| इस अवसर पर राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. बिमल बैसवार ने कहा कि सभी प्रधानाध्यापक अपने-अपने विद्यालय में छात्रों को तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें। उन्होंने बताया कि कोटपा अधिनियम, 2003 के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना अपराध है|
इसके साथ ही तंबाकू उत्पादों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष विज्ञापनों पर पूर्ण प्रतिबंध है, 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को और व्यक्ति के द्वारा तंबाकू बेचना प्रतिबंधित है | शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज की परिधि में तंबाकू बेचना प्रतिबंधित है| उन्होंने बताया कि तंबाकू या तंबाकू उत्पादों पर चित्रमय स्वास्थ्य चेतावनी प्रदर्शित करना अनिवार्य है| अधिनियम के प्रावधानों का पालन न करने पर अर्थदंड या कारावास का प्रावधान है। साथ ही किशोरावस्था में तंबाकू के सेवन से नपुंसकता तक आ सकती है| शराब, ड्रग्स, तंबाकू के सेवन से व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है| इसलिए तंबाकू सेवन बिलकुल भी न करे|
तंबाकू उन्मूलन केंद्र की सलाहकार डा. रजनीगंधा श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्र पर न केवल तम्बाकू छोड़ने के बारे में काउंसलिंग की जाती है बल्कि निःशुल्क दवाएं भी दी जाती हैं | वहाँ पर आए लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है| राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला सलाहकार डा. मयंक चौधरी ने बताया कि खैनी, जरदा, हुक्का, तंबाकू युक्त पान मसाला, बीड़ी , सिगरेट,मावा मिसरी, गुल एवं अन्य धुआँ रहित तंबाकू में 4000 से अधिक विषैले और कैंसर कारक तत्व मौजूद होते हैं, जिससे मुंह का कैंसर हो सकता है| लगभग 95 प्रतिशत मुंह का कैंसर तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्तियों में होता हैं|
स्वयंसेवी संस्था वॉलएन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया(वीएचएआई) के प्रतिनिधि जे.पी.शर्मा द्वारा तंबाकू और तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले स्वास्थ और आर्थिक नुकसान के बारे में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन एवं वीडियो के द्वारा बताया गया तथा अपने विद्यालयों और समाज को तंबाकू मुक्त रखने के उपाय बताये गए। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अनूप कुमार श्रीवास्तव, डा. निशांत निर्वाण, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी और कार्यालय के कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह यादव और विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे|