‘आलू’ जैसी लगती है ये मछली, अजीबोगरीब खूबियों का है पिटारा!

कॉन्गो पफरफिश बड़ी ही विचित्र मछली है. जब ये अपना पेट फुलाकर आकार बढ़ाती है, तो ‘आलू’ जैसी लगती है. यह गिरगिट की तरह रंग बदल सकती है. इसके अनूठे आकार के कारण, इसे पटेटो पफरफिश (Potato Pufferfish) के नाम से भी जाना जाता है, जो मीठे पानी की फिश होती है. ये मछली अजीबोगरीब खूबियों का पिटारा होती है, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे. अब इस फिश का एक वीडियो वायरल हो रहा है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर ये वीडियो @111Truth777 नाम के यूजर ने शेयर किया है, जिसके कैप्शन में लिखा गया है कि, ‘पटेटा पफरफिश से मिलिए, जिसे कॉन्गो पफरफिश के नाम से भी जाना जाता है.’ यह वीडियो 8 सेकंड का है, जिसमें आप इस मछली को बड़ी ही अजीब हरकत करते हुए देखेंगे, जिसे देखकर आप चौंक जाएंगे और सोचेंगे कि आखिर इस मछली ने ऐसा क्यों किया.

जहरीली होती है कॉन्गो पफरफिश

aquariadise.com की रिपोर्ट के अनुसार, कॉन्गो पफर मीठे पानी की फिश है, जो सेंट्रल अफ्रीकी देश कांगो की कॉन्गो नदी में पाई जाती है. इसका साइंटिफिक नाम टेट्राओडॉन मियुरस (Tetraodon miurus) है. यह फिश का आकार में 6 इंच (15.2 सेमी) तक बढ़ सकता है. इनमें (congo pufferfish poisonous) टेट्रोडोटॉक्सिन (tetrodotoxin) न्यूरोटॉक्सिन पाया जाता है. हालांकि, यह जहर केवल तभी इंसानों के ब्लडफ्लो में प्रवेश कर सकता है, जब मछली को निगला जाता है.

कॉन्गो पफरफिश की अजीबोगरीब खूबियां

1- शिकारियों से खुद को बचाने के लिए कांगो पफरफिश (Congo Pufferfish Facts) हवा या पानी से अपना पेट गुब्बारे की तरह फुला लेती है.

2- ये मछली खुद को रेत के अंदर दबा लेती हैं. काफी देर तक ऐसे ही रहने के दौरान वे शिकार का इंतजार करती हैं और फिर घात लगाकर अटैक करती है.

3- पटेटो पफरफिश अधिक एक्टिव रहने वाली फिश नहीं है. यह अधिकांश समय में रेत में दबी रहती है.

4- शिकार से छिपने के लिए ये फिश अपना रंग बदल भी सकती हैं. इसको पहली बार में पहचानना पाना आसान नहीं होता है, क्योंकि इसमें गिरगिट की तरह अपने परिवेश के अनुसार पर रंग बदलने की क्षमता होती है.

5- ये मांसाहारी होती है, जिन्हें अकेले रखा जाना चाहिए, क्योंकि जब एक्वेरियम में इनको छोटी मछलियों के साथ रखा जाता है, तो ये उनको खा जाती है. साथ ही बड़ी मछलियों के पंखों को भी काट सकती है.

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