लड़की की आंख फोड़े और जीभ काटे जाने का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कोई बात सामने नहीं आई: SP लखीमपुर खीरी
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप और क्रूरता के मामले में पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने सफाई दी है. लखीमपुर के एसपी सतेंद्र कुमार ने गैंगरेप मामले में लड़की की आंख फोड़े और जीभ काटे जाने की बात को खारिज किया है. एसपी ने कहा कि लड़की की आंख फोड़े और जीभ काटे जाने का कोई मामला नहीं है.
एसपी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है. गन्ने के खेत में बॉडी मिली है और आंख के पास खरोंच की वजह से खून आया है. जबकि गला दबाने की वजह से जीभ दबी हुई मिली है. पोस्टमॉर्टम के मुताबिक दोनों बातें गलत हैं कि आंख फोड़ी गई या जीभ काटी गई.
वहीं परिजनों का आरोप है कि 13 साल की बच्ची के साथ न सिर्फ बदमाशों ने गैंगरेप किया, बल्कि उसकी आंखें फोड़ दीं. छात्रा के गले में पट्टा डालकर उसे घसीटा गया था. बच्ची के पिता ने बताया कि बेटी का शव उन्हें गन्ने के खेत में मिला.
दरिंदों ने बच्ची की आंखें फोड़ दी थीं. उसके गले में पट्टा बंधा हुआ था. हैवानों ने बच्ची की जीभ भी काट डाली थी. पिता का कहना था कि उन्हें जिन लोगों पर शक है वो सब घटनास्थल के पास मौजूद थे. मगर जैसे हम लोग मौके पर पहुंचने वाले थे, सब फरार हो गए.
बच्ची के चाचा ने जगदीश, संतोष और संजय नाम के तीन युवकों पर इसका आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि बच्ची खेत पर गई थी वहां पर इसे जगदीश, संतोष और संजय मिले.
बच्ची के साथ बलात्कार किया गया है, फिर उसकी आंखें फोड़ दी गईं और उसे मार डाला गया है. फिलहाल, परिजनों के बयान पर ईसानगर थाने में लखीमपुर पुलिस ने संतोष यादव और संजय गौतम नाम के दो लोगों पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
लखीमपुर के एसपी सतेंद्र कुमार ने बताया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया जाएगा. आरोपियों से पूछताछ हो रही है. पता किया जा रहा है कि इसमें कोई और कौन शामिल था.