कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ MCD के लिए मतदान, दर्ज हुए 50.47 प्रतिशत मतदान 

दिल्ली में एमसीडी 250 वार्डों के चुनाव में रविवार को वोटिंग हुई। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक शाम साढ़े पांच बजे तक करीब 50.47 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। कम वोटिंग परसेंटेज के बावजूद भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सबने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं। सबसे अधिक (65.74 प्रतिशत) मतदान वार्ड नंबर पांच (बख्तावरपुर) में हुआ, जबकि सबसे कम (33.74 फीसदी) वोट वार्ड नंबर 145 (एंड्रयूज गंज) में पड़े। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। कहीं से भी कोई अप्रिय घटना दर्ज नहीं की गई।

शराब जब्त, कई केस भी दर्ज
दिल्ली पुलिस के केंद्रीय नियंत्रण कक्ष में चुनाव से संबंधित करीब 230 कॉल आए। पुलिस ने मतदान वाले दिन करीब 280 लीटर भारत निर्मित विदेशी शराब और 566 लीटर देसी शराब भी जब्त की। तीन प्राथमिकियां दर्ज की गईं और इस संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने एहतियातन कार्रवाई के तहत 10 मामले भी दर्ज किए हैं। वार्ड नंबर 31 (नंगल ठकरान) में तीन मतदान केंद्रों (17, 18 ,19) में मतदाताओं ने राजनीतिक दलों द्वारा अपने इलाकों में विकास न किए जाने को लेकर चुनाव का ‘बहिष्कार’ भी किया।

मतदाता सूची में नाम नहीं होने की शिकायतें 
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मतदाता सूची में कुछ लोगों के नाम नहीं होने की सूचनाएं भी सामने आईं। राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि मतदाता सूची तैयार करने तथा उसमें नाम जोड़ने या हटाने का काम केवल भारत निर्वाचन आयोग करता है। इसका दिल्ली में प्रतिनिधि मुख्य निर्वाचन अधिकारी, दिल्ली होता है। राज्य निर्वाचन आयोग ‘जैसा है जहां है’ के आधार पर निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची को अपनाता है। राज्य निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने में इसकी कोई भूमिका नहीं रहती है।

ईवीएम में बड़ी गड़बड़ी की सूचना नहीं 
मतदान के दौरान ईवीएम में बड़ी गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं मिली और 493 स्थानों पर 3,360 संवेदनशील बूथों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। मतदान के लिए 25 हजार पुलिसकर्मियों, लगभग 13 हजार होमगार्ड और अर्धसैनिक बलों की 100 कंपनियों को तैनात किया गया था। उत्तर-पूर्वी दिल्ली और कुछ अन्य इलाकों में कई लोगों ने शिकायत की कि उनके नाम मतदाता सूची से गायब हैं। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अनिल कुमार उन लोगों में शामिल थे, जो मतदान नहीं कर सके। भाजपा ने कहा कि उसने मतदाता सूची से गायब नामों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
     
आप और भाजपा ने लगाया पूरा जोर 
चुनाव परिणामों की घोषणा सात दिसंबर को होगी। ‘आप’ और भाजपा के बीच मुकाबले में कूड़े के पहाड़ सबसे बड़े मुद्दे के रूप में उभरा। भाजपा ने एमसीडी चुनाव के प्रचार के लिए अपने शीर्ष नेताओं को मैदान में उतारा था। इनमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और पीयूष गोयल जैसे 19 केंद्रीय मंत्री और छह राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं। भाजपा पिछले 15 वर्षों से नगर निगम की सत्ता में है और इस बार भी वह एमसीडी पर कब्जा बरकरार रखना चाहती है। वहीं ‘आप’ और उसके नेता अरविंद केजरीवाल के लिए चुनाव महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे 2024 के आम चुनावों से पहले पार्टी का विस्तार चाहते हैं।

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