UPPSC के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस की बर्बरता
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएसपी) द्वारा पीसीएस प्री और आरओ-एआरओ की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर कराने के निर्णय के विरोध में अभ्यर्थियों ने लोक सेवा आयोग का घेराव करने के लिए हजारों की संख्या में छात्र कार्यालय पहुंचे। अभ्यर्थियों की भारी भीड़ को देखते हुए यूपीपीएससी दफ्तर के बाहर प्रशासन ने भारी फोर्स तैनात कर दी। लेकिन अभ्यर्थी दफ्तर जाने की जिद पर अड़े रहे। इस दौरान पुलिसकर्मियों और प्रतियोगी छात्रों की जमकर नोकझोंक हुई।
प्रशासन ने आयोग की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया। आयोग की तरफ बढ़ रहे छात्रों की भीड़ की पुलिस ने खदेड़ दिया। भारी हंगामे को देखते हुए पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया। उसके बावजूद भी नाराज प्रतियोगी छात्र अपनी मांग को लेकर धरने पर डटे रहे।
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने छात्रों पर हुई लाठीचार्ज के घटना की निंदा की है। उन्होंने युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है। इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जो जब मांग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी। हम फिर दोहराते हैं : नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं।