पीएम मोदी ने संस्कृत के इस श्लोक से किया राफेल विमानों के आगमन का किया स्वागत…
पांच राफेल विमानों का पहला जत्था फ्रांस से बुधवार को भारत पहुंच गया। सभी विमान सोमवार को फ्रांस से रवाना हुए थे। देश में राफेल विमानों के पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृत के श्लोक से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने संस्कृत में ट्वीट कर कहा, ‘राष्ट्र रक्षासमं पुण्यं, राष्ट्र रक्षासमं व्रतम्, राष्ट्र रक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च… नैव च… नभः स्पृशं दीप्तम्…स्वागतम्!’ इस स्लोक का अर्थ है… राष्ट्र रक्षा से बढ़कर ना कोई पुण्य है, न कोई व्रत, ना ही कोई यज्ञ है, आकाश के दीप्तिमान स्वागत है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राफेल के आगमन का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायुसेना का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, गति से लेकर हथियारों की मारक क्षमता तक, राफेल सबसे आगे है। मुझे पूरा भरोसा है कि ये विश्व स्तरीय लड़ाकू विमान वायुसेना में एक गेम चेंजर साबित होंगा। प्रधानमंत्री जी, राजनाथ सिंह जी, भारतीय वायु सेना और पूरे देश को इस महत्वपूर्ण दिन की बधाई।’
गृहमंत्री शाह ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘राफेल का टचडाउन हमारी ताकतवर वायुसेना के लिए ऐतिहासिक दिन है। यह भारत के लिए गौरव का क्षण है। ये दुनिया की सबसे ताकतवर मशीनें हैं जो आसमान में किसी भी चुनौती को नाकाम करती हैं। राफेल की ताकत से हमारे वायु वीरों को अपनी सरहद की रक्षा करने में मदद पहुंचाएगी।’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए उन्होंने कहा कि अब हमारी वायुसेना की नई क्षमता से हमारी क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बनने वालों को चिंतित होने की जरूरत है। भारत में राफेल लड़ाकू विमानों का पहुंचना देश के सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है। रक्षा मंत्री ने विपक्ष के आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा कि इस खरीद ने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं। रक्षा मंत्री का पूरा बयान पढ़ने के लिए क्लिक करें