पीएम मोदी आज करेंगे जम्मू रेलवे डिवीजन का वर्चुअल उद्घाटन
कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सांसद जुगल किशोर शर्मा और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जम्मू रेलवे स्टेशन परिसर में 11 बजे जम्मू रेलवे डिवीजन का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सांसद जुगल किशोर शर्मा और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भाग लेंगे।
जम्मू में रेलवे डिवीजन की स्थापना से क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से की जा रही मांग पूरी हुई है। जम्मू डिवीजन में पठानकोट-जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रूट (423 किमी), भोगपुर-सिरवाल-पठानकोट रूट (87.21 किमी), बटाला-पठानकोट रूट (68.17 किमी) और जोगिंदर नगर मार्ग (नैरोगेज सेक्शन 163.72 किमी) शामिल होगा। इन खंडों की कुल लंबाई 742.1 किलोमीटर होगी।
दुनिया के सबसे ऊंचे पुल भी होंगे शामिल
जम्मू रेलवे मंडल में अंजी खड्ड पर बना देश का पहला केबल रेल ब्रिज और कौरी में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा पुल शामिल होगा। रियासी जिले में स्थित चिनाब रेल पुल नदी तल से 359 मीटर ऊंचा है। जम्मू डिवीजन उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का प्रबंधन करेगा। अंजी खड्ड पुल की कुल लंबाई 473.25 मीटर है, जिसमें 120 मीटर का पुल और 94.25 मीटर का केंद्रीय तटबंध शामिल है।
कल से दो दिन ट्रैक का अंतिम परीक्षण
वर्तमान में जम्मू और कश्मीर में रेलवे सेवाओं का प्रबंधन उत्तर रेलवे के फिरोजपुर डिवीजन की ओर से किया जाता है। कश्मीर के लिए रेल सेवाओं के उद्घाटन से पहले रेलवे सुरक्षा आयुक्त 7 और 8 जनवरी को यूएसबीआरएल परियोजना के बने ट्रैक का अंतिम परीक्षण करेंगे।
जम्मू में रेल डिवीजन बनना गर्व की बात- डॉ. जितेंद्र
पीएमओ में मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, जम्मू में रेल डिवीजन बनना गर्व और हर्ष की बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर को अलग डिवीजन का तोहफा दिया है। यह लोगों की लंबी और आवश्यक मांग थी। शुरू में जम्मू तक एक या दो गाड़ी ही आती थी। आज यहां रेल का बड़े पैमाने पर विस्तार हो चुका है। इससे कामकाज और प्रशासनिक स्तर में वृद्धि हुई है। रेल डिवीजन की राजनीतिक दलों व उद्योग जगत की महत्वपूर्ण मांग थी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज यह सपना पूरा हो रहा है। वहीं, रेलगाड़ी से कश्मीर शेष भारत से जुड़ रहा है, जो मुख्यधारा का हिस्सा बनेगी।