आज ‘संयुक्त राष्ट्र विश्व भू-स्थानिक अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस’ का PM मोदी ने किया उद्घाटन

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में आज ‘संयुक्त राष्ट्र विश्व भू-स्थानिक अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस’ का उद्घाटन किया। वहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘किसी भी संकट के दौरान एक दूसरे की मदद करने के लिए दुनिया द्वारा एक संस्थागत दृष्टिकोण की जरूरत है।’ इसी के साथ उन्होंने कहा कि, ‘संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक संगठन हर क्षेत्र में संसाधनों को आखिरी मोड़ तक ले जाने में पूरी तरह सक्षम हैं।’ जी दरअसल पीएम मोदी ने आज यानी मंगलवार को UN कांग्रेस का उद्घाटन किया, जहां देश पिछले कई सालों में इस क्षेत्र में उठाए गए कदमों का प्रदर्शन करेगा। आपको बता दें कि इस पांच दिवसीय सम्मेलन में 115 देशों के 550 से ज्यादा डेलिगेट्स हिस्सा लेंगे। ये डेलिगेट्स एकीकृत भू-स्थानिक सूचना प्रबंधन और इसकी क्षमताओं के विकास और मजबूती से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

यहाँ पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत की विकास यात्रा के दो स्तंभ महत्पूर्ण है, जोकि तकनीक और प्रतिभा हैं। तकनीक परिवर्तन का आधार है। तकनीक समावेश का एक एजेंट है।’ इसी के साथ उन्होंने कहा कि पीएम स्वामित्व योजना इस बात का उदाहरण है कि डिजिटलाइजेशन से लोगों को क्या फायदा होता है। भारत एक युवा राष्ट्र है, जिसमें कई नई प्रतिभाएं हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना महामारी ने हमें सिखाया है कि सभी को साथ लेकर चलने के लिए दुनिया को एकजुट होना चाहिए। दुनिया में अरबों लोगों को इलाज, दवाएं, मेडिकल उपकरण, वैक्सीन और भी बहुत सी चीजों की जरूरत थी।

इसी के साथ उन्होंने कहा कि देश अंत्योदय के सपने को साकार करने की दिशा में काम कर रहा है, जिसका उद्देश्य अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को भी सशक्त बनाना है। वहीं आगे पीएम बोले, ‘बैंकिंग सुविधाओं से रहित 45 करोड़ लोगों को बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराई गईं। यह जनसंख्या अमेरिका की आबादी से भी ज्यादा है। बीमा सुविधाओं से रहित 13 करोड़ 50 लाख लोगों का बीमा कराया गया और यह आबादी फ्रांस की जनसंख्या के बराबर है। ग्यारह करोड़ परिवारों को स्वच्छता सुविधाएं और 6 करोड़ से अधिक परिवारों को नल जल की सुविधा पहुंचाकर भारत सुनिश्चित कर रहा है कि कोई पीछे न छूट जाए।’

आगे उन्होंने कहा- ‘भारत तत्काल डिजिटल भुगतान के मामले में दुनिया में शीर्ष स्थान पर है और यहां तक कि लघु विक्रेता भी डिजिटल भुगतान को स्वीकार करते हैं या उसे प्राथमिकता देते हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत एक युवा देश है, जिसका कुछ नया सोचने का जज्बा गजब का है। हम दुनिया के शीर्ष स्टार्टअप केंद्र हैं। देश में 2021 के बाद से यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप की संख्या करीब दोगुनी हो गई है। यह भारत की युवा आबादी के कारण है।’

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