प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा अब खेलों में भी परचम लहरा रहा देश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को खेलों में भारतीय दल के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि हाल के दिनों में विभिन्न स्पर्धाओं में रिकॉर्ड प्रदर्शन कर भारतीय टीम ने इतिहास रचा है। आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की ताजा कड़ी में देशवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने एशियाई खेलों और एशियाई पैरा खेलों के साथ ही विशेष ओलंपिक विश्व खेलों का जिक्र किया और भारतीय दल के प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि विजेता खिलाड़ियों ने ‘बहुत ही साधारण परिवार’ से आने के बावजूद अपनी गरीबी को कभी अपनी सफलता के सामने दीवार नहीं बनने दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस समय देश का खेलों में भी परचम लहरा रहा है। पिछले दिनों एशियाई खेलों के बाद पैरा एशियाई खेलों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की है। इन खेलों में भारत ने 111 पदक जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है। मैं पैरा एशियाई खेलों में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।” उन्होंने ‘स्पेशल ओलंपिक्स वर्ल्ड समर गेम्स’ में भारतीय दल के प्रदर्शन का उल्लेख करते करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता बौद्धिक दिव्यांगता वाले खिलाड़ियों की अद्भुत क्षमता को सामने लाती है। इस प्रतियोगिता में भारतीय दल ने 75 स्वर्ण पदक सहित 200 पदक जीते थे।
इसका आयोजन बर्लिन में हुआ था। मोदी ने कहा, ‘‘रोलर स्केटिंग हो या बिच वॉलीबॉल या फुटबॉल, भारतीय खिलाड़ियों ने पदकों की झड़ी लगा दी। इन पदक विजेताओं की जीवन यात्रा बहुत प्रेरक रही है।” उन्होंने हरियाणा के रणवीर सैनी, पुद्दुचेरी के 16 साल के टी-विशाल, गोवा की सिया सरोदे, छत्तीसगढ़ के दुर्ग के रहने वाले अनुराग प्रसाद, झारखंड के इंदु प्रकाश के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि बहुत ही साधारण परिवार से आने के बावजूद, इन खिलाड़ियों ने गरीबी को कभी अपनी सफलता के सामने दीवार नहीं बनने दिया। मोदी ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि इन खेलों में भारतीय खिलाड़ियों की सफलता अन्य बच्चों और परिवारों को भी प्रेरित करेगी।
मेरी आप सबसे भी प्रार्थना है आपके गांव में, अगल-बगल ऐसे बच्चे, जिन्होंने इस खेलकूद में हिस्सा लिया है या विजयी हुए हैं, आप सपरिवार उनके यहां जाइए। उनको बधाई दीजिए। और कुछ पल उन बच्चों के साथ बिताइए। आपको एक नया ही अनुभव होगा।” उन्होंने कहा, ‘‘परमात्मा ने उनके अंदर एक ऐसी शक्ति भरी है कि आपको भी उसके दर्शन का मौका मिलेगा। जरूर जाइएगा।” भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने शनिवार को इतिहास रचकर हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में अपने अभियान का अंत 111 पदक जीतकर किया जो किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय बहु खेल टूर्नामेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।
इन भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य जीते। इससे पहले 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक हुए हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत ने 107 पदक जीते थे। भारत पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा। चीन ने 521 पदक (214 स्वर्ण, 167 रजत और 140 कांस्य) जीते, जबकि ईरान ने 44 स्वर्ण, 46 रजत और 41 कांस्य अपने नाम किए। जापान तीसरे और कोरिया चौथे स्थान पर रहा। पहले पैरा एशियाई खेल 2010 में ग्वांग्झू में हुए थे जिसमें भारत 14 पदक जीतकर 15वें स्थान पर रहा था। इसके बाद 2014 में भारत 15वें और 2018 में नौवें स्थान पर रहा। भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 100 से अधिक (101) पदक जीते थे।