पीएम मोदी ने किया उपराष्ट्रपति को फोन, मिमिक्री पर जताया दुख
सांसदों के द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की घटना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उपराष्ट्रपति ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टेलीफोन आया था। उन्होंने कुछ सांसदों की कल संसद परिसर में घृणित नौटंकी पर बहुत दुख व्यक्त किया।
उपराष्ट्रपति ने कहा, “पीएम मोदी ने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन यह तथ्य कि भारत के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ और वह भी संसद में, ऐसा हो सकता है, दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने उनसे कहा- प्रधानमंत्री, कुछ लोगों की हरकतें मुझे रोक नहीं पाएंगी। मैं अपना कर्तव्य निभा रहा हूं और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों को कायम रख रहा हूं। मैं अपने दिल की गहराई से उन मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध हूं। कोई भी अपमान मेरा रास्ता नहीं बदल सकता।”
सांसदों के व्यवहार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी जताया दुख
संसद परिसर में जिस तरह से उपराष्ट्रपति को अपमानित किया गया, इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दुख जताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “संसद परिसर में जिस तरह से हमारे सम्मानित उपराष्ट्रपति को अपमानित किया गया, उसे देखकर मुझे निराशा हुई है। निर्वाचित प्रतिनिधियों को खुद को व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए, लेकिन उनकी अभिव्यक्ति गरिमा और शिष्टाचार के मानदंडों के भीतर होनी चाहिए। हमें संसदीय परंपरा पर गर्व है और भारत के लोग उनसे इसे कायम रखने की उम्मीद करते हैं।”
संसद से अब तक 141 सांसद निलंबित
संसद सुरक्षा चूक पर हंगामे के बाद अबतक 141 सांसदों को निलंबित किया गया है। इन निलंबित सांसदों में लोकसभा से 95 और राज्यसभा से 46 सांसद शामिल हैं। सभी सांसदों के निलंबन के बाद, लोकसभा सचिवालय ने निलंबित सदस्यों के लिए प्रतिबंधों की रूपरेखा तैयार करते हुए एक सर्कुलर जारी किया। सर्कुलर में संसद कक्ष, लॉबी और दीर्घाओं में उनके प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। निलंबन अवधि के दौरान, उन्हें समिति की बैठकों में भाग लेने, नोटिस पेश करने और समिति चुनावों में मतदान करने से रोक दिया गया है।
संसद सुरक्षा चूक की घटना पर विपक्ष केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बयान की मांग पर अड़ी हुई है। लोकसभा सत्र के दौरान विपक्ष ने बार-बार केंद्रीय मंत्री के बयान की बात कही और जमकर लोकसभा में हंगामा मचाया। अब तक लोकसभा से 95 और राज्यसभा से 46 सहित कुल 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। सांसदों के निलंबन के बाद, लोकसभा सचिवालय ने निलंबित सांसदों के लिए एक परिपत्र जारी किया है।