प्रधानमंत्री बोले- स्टार्टअप का हब बन रहा जम्मू-कश्मीर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एसकेआईसीसी में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, कश्मीर में एग्रीकल्चर हो, हॉर्टिकल्चर हो, हथकरघा उद्योग हो, स्पोर्ट्स हो या फिर स्टार्ट-अप्स सभी के लिए अवसर बन रहे हैं। और मैं अभी ऊपर स्टार्टअप की दुनिया से जुड़े नौजवानों से मिलकर के आया हूं। मुझे आने में देरी इसलिए हुई, क्योंकि मैं उनको इतना सुनना चाहता, उनके पास इतना कुछ कहने को था, इनका आत्मविश्वास मेरे मन को बड़ा उत्साहित कर रहा था और अच्छी पढ़ाई छोड़कर के, अच्छी करियर छोड़कर के अपने आप को स्टार्टअप में झोंक दिया है।
पीएम ने कहा, युवा मुझे बता रहे थे किसी ने दो साल पहले स्टार्टअप चालू किया, किसी ने तीन साल पहले चालू किया और आज बड़ा नाम हैं। उसमें हर प्रकार के स्टार्टअप्स हैं। आयुर्वेद से जुड़े विषय भी हैं, खानपान से जुड़े विषय हैं। वहां पर सूचना तकनीकि,साइबर सिक्टोरिटी की चर्चा हो रही है। फैशन डिजाइनिंग, पर्यटन व होम स्टे की कल्पना है। यानि शायद इतने क्षेत्रों में जम्मू कश्मीर में स्टार्टअप्स हो सकते हैं और मेरे जम्मू कश्मीर के नौजवान स्टार्टअप की दुनिया में अपना डंका बजा रहे हो, ये देखने का बहुत खुशी का पल था मेरे लिए दोस्तों। मैं इन सब नौजवानों को बधाई देता हूं।
स्टार्टअप का हब बन रहा जम्मू-कश्मीर
उन्होंने कहा, जम्मू कश्मीर स्टार्ट-अप्स, स्किल डेवलपमेंट और स्पोर्ट्स का एक बड़ा हब बन रहा है। मेरा मानना है कि जम्मू कश्मीर के पास स्पोर्टस का अद्भुत टैलेंट है। यहां खेती से जुड़े सेक्टर में करीब 70 स्टार्ट अप्स बने हैं। बीते कुछ सालों में ही यहां 50 से ज्यादा डिग्री कॉलेज बने हैं। ये आंकड़ा छोटा नहीं है। अगर पिछले आजादी के बाद के 50-60 साल देखें और ये 10 साल देखें तब आसमान जमीन का अंतर नजर आएगा। पॉलिटेक्निक में सीटें बढ़ने से यहां के नौजवानों को नई स्किल्स सीखने का मौका मिला है।
महिलाएं हो रहीं सश्क्त
पीएम ने कहा, जम्मू-कश्मीर में हो रहे विकास कार्यों का बहुत ज्यादा लाभ कश्मीर की बेटियों को मिल रहा है। सरकार, सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी बहनों को टूरिज्म, आईटी और दूसरी स्किल्स की ट्रेनिंग देने का अभियान चला रही है। दो दिन पहले ही देश में ‘कृषि सखी’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। आज जम्मू-कश्मीर में भी 1200 से ज्यादा बहनें, ‘कृषि सखी’ के रूप में काम कर रही हैं। नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत भी जम्मू-कश्मीर की बेटियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। वो पॉयलट बन रही हैं।
सभी को मिल रहे अवसर और अधिकार
प्रधानमंत्री ने कहा, पाकिस्तान से आए शरणार्थी, वाल्मीकि समुदाय को पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव में वोट डालने का अधिकार मिला, वाल्मीकि समुदाय को एससी का दर्जा दिलाया। पहली बार एसटी के लिए विधानसभा चुनाव में सीटें रिजर्व की गईं। पंडारी, पहाड़ी समूह,गड्डा ब्राह्मण व कोली समुदाय को एसटी का दर्जा दिया। पंचायत, नगरपालिका और नगर निगम में पहली बार ओबीसी रिजर्वेशन लागू हुआ।
पूर्व पीएम अटल को किया याद
पीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा, अटल जी ने जो इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत का विजन दिया था, उसे आज हम हकीकत में बदलते देख रहे हैं। इस चुनाव में आपने जम्हूरियत को जिताया है। आपने पिछले 35-40 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। ये दिखाता है कि यहां का नौजवान, जम्हूरियत को लेकर कितने भरोसे से भरा हुआ है। मेरा मन करता था कि मैं कश्मीर की वादियों में जाकर फिर से एक बार मेरे कश्मीर के भाई-बहनों को रूबरू जाकर धन्यवाद करूं।
उन्होंने इस चुनाव में जो बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया है। मुझे और खुशी होती अगर हमारा विपक्ष भी, कश्मीर में इतने उमंग उत्साह के साथ जो लोकतंत्र का उत्सव मनाया गया, इतनी भारी मात्रा में मतदान हुआ, ये जो उमंग उत्साह का माहौल है, काश अच्छा होता मेरे देश के विपक्ष के लोगों ने भी मेरे कश्मीर के भाई-बहनों की तारीफ की होती, उनका हौसला बुलंद किया होता तो मुझे बहुत खुशी होती। लेकिन विपक्ष ने ऐसे अच्छे काम में भी देश को निराश ही किया है।